BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार
1st Bihar Published by: 9 Updated Tue, 03 Sep 2019 10:30:27 PM IST
- फ़ोटो
GAYA: गया के सबसे बड़े अस्पताल, या फिर कह लें कि बिहार के बड़े अस्पतालों में से एक अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. हाइड्रोसिल का मर्ज लेकर सर्जरी कराने पहुंचे एक शख्स का डॉक्टरों ने दाएं पैर का ऑपरेशन कर दिया. यहां तक कि उसके पैर में ऑपरेशन कर रॉड भी डाल दिया. इसे अस्पताल कहें या फिर मौत का अस्पताल. इसे अस्पताल कहें या फिर मरीजों के साथ इलाज के नाम पर मजाक करने वाला अस्पताल. इसे चाहे आप कुछ भी कह लें. कारण है कि गया के इस सबसे बड़े अस्पताल में आपकी बीमारी होगी कुछ और लेकिन यहां के डॉक्टर उस बीमारी को ठीक करने के बजाए दूसरी दुरुस्त चीजों का ही इलाज कर देंगे. आप लाख छटपटाते रह जाएंगे लेकिन इस अस्पताल के डॉक्टर आपकी कोई बात नहीं सुनेंगे. इतना ही नहीं अपनी गलती छिपाने के मकसद से अस्पताल के डॉक्टर आपको ही गलत ठहराने की कोशिश करेंगे. अब जरा मामले को जानिए. गया के पुनाकला गांव के रहने वाले भुवनेश्व यादव बढ़े हुए हाइड्रोसील की समस्या को लेकर अस्पताल पहुंचे थे. यहां आकर उन्होंने डॉक्टरों से अपनी पीड़ा बतायी और हाइड्रोसील की सर्जरी करने की बात कही. सारी कसरतों के बाद जब मरीज को सर्जरी वार्ड ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसका हाईड्रोसील का ऑपरेशन करने की बजाए उसके दाएं पैर का ऑपरेशन कर दिया इतना ही नहीं उसके पैर में रॉड भी डाल दिया. जब इस बात की जानाकारी अस्पताल के अधीक्षक को दी गई तो वो गलत ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर का ही बचाव करने लगे. इतना ही नहीं उन्होंने मरीज के पैर के ऑपरेशन को सही बताया और कहा कि पैर में इनफेक्शन था इसलिए उसे सही करना ज्यादा जरुरी था. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि डॉक्टर ने किन परिस्थितियों में पैर का ऑपरेशन किया है यह तो वही बता सकते हैं लेकिन गलत ऑपरेशन हुआ है तो डॉक्टर पर कार्रवाई की जाएगी. गया से पंकज की रिपोर्ट