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DESK: कोरोना की रफ्तार भले ही कम हो गयी है लेकिन संभावित कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अब भी स्कूलों को बंद रखा गया है। कोरोना संक्रमण के कारण बंद स्कूलों को फिर से खोले जाने को लेकर ICMR का बड़ा बयान सामने आया है। ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि पहले प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं। प्राइमरी स्कूल के खुलने के बाद ही सेकंडरी स्कूल खोले जाने चाहिए। हालांकि यह फैसला जिला और राज्य स्तर पर लिया जाएगा और कई तथ्यों पर भी यह निर्भर करेगा।
देश में कोरोना महामारी की स्थिति को लेकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने मंगलवार को बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सीरो सर्वे का चौथा चरण संपन्न हो चुका है। इन चारों सर्वे से पता चला है कि देश की 40 करोड़ आबादी को अब भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा है, जबकि दो-तिहाई लोगों में इस वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई है।
आईसीएमआर के DG डॉ. बलराम भार्गव ने बतायाा कि छोटे बच्चे वायरस को आसानी से हैंडल कर लेते हैं। उनके लंग्स में वह रिसेप्टर कम होते हैं जहां वायरस जाता है। एक सर्वे में यह पाया गया है कि 6 से 9 साल के बच्चों में लगभग उतनी ही एंटीबॉडी दिखी जितनी बड़ों में है।
यूरोप के कई देशों में कोरोना की किसी भी लहर में स्कूल बंद नहीं किए गए थे। इसलिए हमारी राय यह है कि पहले प्राइमरी स्कूल को खोला जा सकता है। उसके बाद ही सेकंडरी स्कूल खोले जा सकते है।
आईसीएमआर के DG डॉ. बलराम भार्गव ने यह भी कहा कि स्कूल में टीचर्स से लेकर स्टाफ तक सभी को कोरोना का टीका लगा होना चाहिए। यूं कहे तो स्कूल से संबंधित हर एक व्यक्ति को वैक्सीन जरूरी है। इस बात का ख्याल स्कूल प्रशासन को रखना होगा।
बीते सोमवार को एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी सलाह दी थी कि जिन जिलों में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है वहां अलग-अलग चरणों में स्कूल खोले जा सकते हैं। 5 फीसदी से कम संक्रमण दर वाले जिलों में स्कूलों को खोलने की योजना बनाई जा सकती है। बच्चों को स्कूलों में लाने का विकल्प तलाशना चाहिए। बच्चों ने भी इस वायरस के खिलाफ अच्छी इम्युनिटी हासिल कर ली है।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद कई राज्यों में सुरक्षा बरतते हुए स्कूलों को खोला जा चुका है। महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, बिहार, कर्नाटक व हिमाचल प्रदेश इन राज्यों में शामिल है।
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। इसके लिए पैरेंट्स की सहमति जरूरी है। हालांकि ऑनलाइन क्लासेस भी चलती रहेंगी। वहीं कुछ राज्य ऐसे हैं जहां स्कूलों को खोलने की तैयारी चल रही है। इनमें मध्यप्रदेश, ओडिशा, आंध्रप्रदेश शामिल है।
जबकि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कई राज्य अभी भी स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं है। इनमें राजस्थान, यूपी, दिल्ली शामिल है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तराखंड, तमिलनाडु, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी में भी अभी स्कूल बंद हैं।
उत्तर प्रदेश में एक जुलाई से टीचर्स और बाकी स्टाफ के लिए स्कूल खुल गए हैं लेकिन स्टूडेंट्स को फिलहाल ऑनलाइन ही पढ़ाई करनी होगी। राज्य में स्कूल कब तक खुलेंगे इसे लेकर फिलहाल अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। यह फैसला जिला और राज्य स्तर पर लिया जाएगा और कई तथ्यों पर भी यह निर्भर करेगा।