हिन्दू अतिपिछड़ों से मांफी मांगे लालू-नीतीश, बोले जायसवाल..साजिश करके मुसलमान को OBC में शामिल कराया, अतिपिछड़ों के साथ की हकमारी

हिन्दू अतिपिछड़ों से मांफी मांगे लालू-नीतीश, बोले जायसवाल..साजिश करके मुसलमान को OBC में शामिल कराया, अतिपिछड़ों के साथ की हकमारी

PATNA: बिहार सरकार द्वारा जारी जातीय गणना रिपोर्ट के बाद अब इस पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं। राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जातीय गणना के आंकड़ों को फर्जी बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट में कई खामियां है ऐसा लगता है कि सरकार ने हड़बड़ी में जातीय गणना के आंकड़े जारी कर दिए। वही ट्रांसजेंडर समुदाय से आने वाली रेशमा प्रसाद ने भी इसे फर्जी करार देते हुए कहा कि ट्रांसजेंडर के बारे में या तो सरकार को कोई जानकारी नहीं है या फिर ट्रांसजेंडर के साथ न्याय नहीं करना चाहते हैं। वही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल ने भी बिहार सरकार की जातीय गणना रिपोर्ट पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के बहाने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरी साजिश करके अल्पसंख्यक समाज के अगड़ी जातियों को पिछड़ा और अतिपिछड़ा का दर्जा देकर हिन्दू अतिपिछड़ों के साथ सबसे बड़ी हकमारी की है।


संजय जायसवाल ने कहा कि शेखौरा, कुलहड़िया, शेरशाहवादी,ठाकुरई जैसी अनेक जातियां है जो अल्पसंख्यक समाज में अगड़ी जाति मानी जाती थी इन सभी को एक साजिश के तहत मंडल कमीशन के निर्णय से अलग पिछड़े और अतिपिछड़ा में शामिल कराया गया। अगड़ी अल्पसंख्यक समाज की जातियों को अतिपिछड़ों में शामिल करके बहुसंख्यक हिन्दू समाज के अतिपिछड़ों की सीटों को खाने का नौकरी में उनकी हिस्सेदारी कम करने की साजिश रची गई है। इसके लिए लालू प्रसाद और नीतीश कुमार को हिन्दू अतिपिछड़ा समाज के साथ सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। 


बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने कहा कि लालू-नीतीश ने अल्पसंख्यक समाज की अगड़ी जातियों को पिछड़ा और अति पिछड़ा का दर्जा देकर हिंदू समाज के अति पिछड़ों के साथ अन्याय किया है। जिसे सरकारी तौर पर मुहर लगाई लगी थी। जबकि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता लेकिन आज जातीय जनगणना पर गौर करें तो 96% अल्पसंख्यकों को पिछड़े और अति पिछड़े का दर्जा देकर हिंदू समाज के वंचित वर्गों के साथ अन्याय करने का काम नीतीश कुमार और लालू यादव ने किया है। 


आज बिहार में सिर्फ यह कहने को है कि अल्पसंख्यकों का अलग से आरक्षण नहीं है पर हकीकत में 96% अल्पसंख्यक समाज को आरक्षण दे दिया गया है। मंडल कमीशन ने बहुत ही साफ शब्दों में लिखा है कि हिंदू समाज से जो जातियां मुस्लिम बनी हैं वही पिछड़ा या अति पिछड़ा का दर्जा पाएंगे। ये लोग या तो विदेश से आए हो या फिर अगड़े समाज से धर्म परिवर्तित हुई हो, उन सभी को अति पिछड़ा का दर्जा देकर संपूर्ण हिन्दू अति पिछड़ा समाज के साथ हकमारी किया गया है।