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17-Nov-2022 09:51 PM
RANCHI: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रांची स्थित दफ्तर में बुधवार को करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से संबंधित अवैध खनन मामले में ईडी ने दूसरी बार समन देने के बाद हेमंत सोरेन ईडी के सामने पेश हुए थे। दोपहर करीब 12 बजे से लेकर रात को करीब 9 बजे तक ईडी के अधिकारियों ने सीएम से अवैध खनन के मामले में पूछताछ की। इस बीच दोपहर में मुख्यमंत्री को पूछताछ के दौरान ब्रेक दिया गया, जहां ईडी दफ्तर में उन्होंने घर का बना खाना खाया।
ईडी की पूछताछ खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन खुद ईडी दफ्तर पहुंचीं और हेमंत सोरेन के साथ ही वो ईडी ऑफिस से बाहर निकलीं। सुबह पूछताछ के लिए जाने से पहले हेमंत सोरेन ने मीडिया से बात करने के दौरान राज्यपाल, बीजेपी और केंद्रीय ऐजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए थे और खुद पर लगे आरोप को राजनीति षड्यंत्र बताते हुए इसे बदनाम करने और सरकार को अस्थिर करने की साजिश बताया। इससे पहले हेमंत सोरेन ने ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा को पत्र लिखकर इस मामले में कुल 12 बिंदुओं में अपना पक्ष रखा था।
उस पत्र में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान साहिबगंज के अवैध खनन से एक हजार करोड़ से अधिक के राजस्व नुकसान के ईडी के स्टेटमेंट को पूरी तरह से खारिज कर दिया। हेमंत ने ईडी को ऐसे सनसनीखेज और गैर जिम्मेदार बयान से परहेज करने को कहा है। उन्होने कहा कि इससे पूरे राज्य की छवि खराब होती है। उन्होंने कहा कि उन्हे उम्मीद है कि ईडी किसी हिडेन एजेंडा और मोटिव के बगैर निष्पक्ष जांच करेगी। हेमंत ने इस पत्र में कहा कि राज्य के मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने उन्हें फंसाने के लिए जेएमएम के निष्कासित कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल से उनके खिलाफ बयान दिलवाया, रवि को जेएमएम ने 2020 में ही निष्कासित कर दिया था और उनके खिलाफ पार्टी ने एक एफआईआर भी दर्ज कराई थी, इस वजह से वह मेरा जानी दुश्मन बन चुका है।
मुख्यमंत्री से हो रही पूछताछ के खिलाफ यूपीए के सभी सहयोगी दलों के नेता इस दौरान सीएम हाउस पर ही डटे रहे। जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायक और सरकार में शामिल मंत्री मुख्यमंत्री आवास के बाहर जमा कार्यकर्ताओं को बारी बारी से संबोधित किया। बुधवार सुबह से ही सीएम हाउस के बाहर हजारों के संख्या में जेएमएम के कार्यकर्ता जुटने लगे थे जो देर शाम तक डटे रहे। वही दूसरी ओर पूछताछ खत्म होने के बाद जब हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन के साथ ईडी दफ्तर से बाहर निकले तो जेएमएम कार्यकर्ताओं ने हेमंत के समर्थन और ईडी के खिलाफ नारेबाजी की।