ब्रेकिंग न्यूज़

श्रेयसी सिंह के लिए जमुई में 10 किमी लंबा रोड शो, स्मृति ईरानी और अश्विनी चौबे रहे मौजूद बेतिया में विनय बिहारी को लड्डू से तौला गया, आम्रपाली दुबे-आनंद मोहन ने रोड शो कर मांगा वोट अपनी पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं अधिकारी, नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा..फाइलों को दबाकर ना रखें सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत

हेमंत सोरेन का एक और बड़ा ऐलान, कहा- खरसावां गोली कांड में शहीदों के परिजनों को मिलेगी नौकरी

1st Bihar Published by: Updated Wed, 01 Jan 2020 06:08:34 PM IST

हेमंत सोरेन का एक और बड़ा ऐलान, कहा- खरसावां गोली कांड में शहीदों के परिजनों को मिलेगी नौकरी

- फ़ोटो

RANCHI: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने एक और बड़ा ऐलान कर दिया हैं.आज  हेमंत ने खरसावां में गोली कांड में शहीद जवानों को श्रद्दांजलि देने के बाद कहा कि खरसावां गोली कांड में शहीदों के आश्रितों को नौकरी मिलेगी और वह सम्मान की जिंदगी जीएंगे.हेमंत ने कहा कि ऐसा कोई काम नहीं होगा जिससे झारखंड के लोगों को तकलीफ हो. झारखंड आपका घर है. इसे कैसे संवारना यह हम सब मिलकर तय करेंगे. हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलना है. 

काम वहीं होगा जो राज्यहित में हो

हेमंत ने कहा कि वर्तमान सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में जो निर्णय लिया गया है उसमें संदेश है. उस संदेश में कई चीजें हैं. अब राज्य में वही काम होगा जो राज्य हित में होगा. यहां सिर्फ आदिवासियों और झारखंडियों के हित में निर्णय लिए जाएंगे. आपने जिस सोच, आशा और उम्मीद के साथ हमें झारखंड को आगे ले जाने की जिम्मेवारी सौंपी है उसका निर्वहन ईमानदारी से करुंगा. यह चुनौती बड़ी है. हम मिलकर इसके बीच से रास्ता निकालेंगे. राज्य के शहीदों ने हमें चुनौतियों को सीने से लगाने का बुलंद हौसला दिया है. 

जानिए खरसावां गोलीकांड 

आदिवासी खरसावां स्टेट को उड़ीसा में विलय किए जाने का विरोध कर रहे थे. इसको लेकर 1 जनवरी 1948 को खरसावां हाट में 50 हजार से अधिक आदिवासियों की भीड़ जुटी थी. भीड़ पर उड़ीसा मिलिटरी पुलिस ने अंधाधुध फायरिंग कर दी. गोलियां बरसती रही और लाशें बिछती रही. जब फायरिंग रूकी तो पूरे हाट मैदान में आंदोलनकारियों के शव बिखरे थे.आदिवासी नेता जयपाल सिंह मुंडा के आह्वान पर मैदान में जुटे थे वह खरसावां को बिहार में विलय की मांग कर रहे थे. लेकिन यह मांग उड़ीसा सरकार को मंजूर नहीं थी.