DELHI: भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री और बीजेपी(BJP) के वरिष्ठ नेता भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की सेहत से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती आडवाणी की सेहत में सुधार हो रहा है। डॉक्टरों ने उनका मेडिकल बुलेटिन जारी कर इसकी जानकारी दी है। जल्द ही उन्हें आईसीयू से निकाल कर प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट (shifted from ICU to private ward) किया जाएगा।
दरअसल, 97 बरस के लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत पिछले कुछ महीनों से खराब चल रही है। बीते 14 दिसंबर को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें तुरंत दिल्ली के अपोलो अस्पताल में एडमिट कराया गया था। पिछले 4-5 महीनों के अंदर वो करीब चौथी बार अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इससे पहले उन्हें अगस्त के महीने में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अपोलो अस्पताल की तरफ से आडवाणी के स्वास्थ्य को लेकर जो ताजा जानकारी दी गई है उसके मुताबिक, उनकी सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और अगले एक या दो दिनों में उन्हें आईसीयू से बाहर प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। एलके आडवाणी इंद्रप्रस्त अपोलो अस्पताल के आईसीयू में डॉ. विनीत सूरी और उनकी टीम की देखरेख में हैं।
लालकृष्ण आडवाणी पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। यही वजह है कि वो इन दिनों अपने घर पर ही रहते हैं और किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होते। आडवाणी को इस साल देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। लेकिन वो स्वास्थ्य की वजह से राष्ट्रपति भवन के आयोजन में नहीं पहुंच सके। उन्हें आवास पर ही भारत रत्न दिया गया था।
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (जो वर्तमान पाकिस्तान में है) में हुआ था। आडवाणी ने 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर स्वयंसेवक के रूप में अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। वह 1986 से 1990 तक, फिर 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। आडवाणी पार्टी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहे हैं।