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17-Dec-2024 03:05 PM
By Vikramjeet
HAJIPUR: शिक्षा विभाग(bihar education) के एसीएस एस. सिद्धार्थ(s. siddharth) की सख्ती का असर देखने को मिल रहा है। गड़बड़ी करने वाले शिक्षकों(bihar teachers) के खिलाफ लगातार एक्शन हो रहा है। पिछले दिनों वैशाली में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक स्कूल के हेडमास्टर(headmaster) मिड डे मील का अंडा घर ले जाते दिखे। वीडियो वायरल होने के बाद हेडमास्टर जांच में दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने बड़ा एक्शन ले लिया है।
दरअसल, शिक्षा विभाग के द्वारा चल रही सतत निगरानी का असर देखने को मिल रहा है। ताजा मामला वैशाली के लालगंज इलाके से सामने आया है, जहां बीते दिनों स्कूल से अंडा का ट्रे ले जाते प्रधानाध्यापक का ग्रामीणों ने विरोध किया था और कहा था कि यह अंडा बच्चों को खाने के लिए आता है ना कि आपके घर पर ले जाने के लिए काफी विरोध के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी आए और लोगों को समझा बुझा कर चले गए इसका फोटो वीडियो भी वायरल हुआ था।
वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर जांच टीम बनाकर इसकी जांच की गई तो मामला सही पाया गया। आरोप सही पाए जाने के बाद वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय, रिखर प्रखंड लालगंज के प्रधानाध्यापक को 24 घंटे के अंदर निलंबन और प्राथमिक दर्ज करने के विरुद्ध स्पष्टीकरण मांगा है। डीईओ ने कहा है कि सही जवाब नहीं देने पर हेडमास्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह विभाग की छवि धूमिल होने के साथ-साथ सरकारी संसाधनों के गवन का मामला साबित होता है।
आपको बता दें कि जिस तरह से शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ के द्वारा एक-एक चीज को देखा जा रहा है उससे शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ साथ शिक्षकों की नींद हराम हो गई है। केके पाठक के बाद अब बिहार के शिक्षकों एस.सिद्धार्थ का खौफ है। शिक्षकों को डर लगने लगा कि कुछ भी गलत पकड़ा गया तो गाज गिरना तय है। इसका जीता जागता उदाहरण वैशाली में देखने को मिला है।