DESK : हल्द्वानी के वनभूलपुरा में मलिक के बगीचे में गुरुवार को अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए मदरसे और धार्मिक स्थल तोड़ने के दौरान भारी बवाल मच गया। नगर निगम और पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से गुस्साई भीड़ ने जमकर पथराव और आगजनी कर वनभूलपुरा थाना आग के हवाले कर दिया।
वहीं, इस दौरान हुई फायरिंग में वनभूलपुरा क्षेत्र के 6 लोगों की मौत हो गई। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने हल्द्वानी में तत्काल कर्फ्यू लगाते हुए विकासखंड के सभी स्कूल शुक्रवार को बंद रखने के आदेश दे दिए हैं। रात 9 बजे के बाद शहर की इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई।
जनकारी के अनुसार, बवाल बढ़ने पर हुई फायरिंग में गंभीर रूप से घायल गफूर बस्ती निवासी जॉनी और उसका बेटा अनस, आरिस (16) पुत्र गौहर, गांधीनगर निवासी फहीम, वनभूलपुरा के इसरार और सीवान (32) की मौत हो गई। छतों और तंग गलियों से चले पत्थरों से 300 से अधिक लोग घायल हो गए, जिसमें हल्द्वानी एसडीएम पारितोष वर्मा, कालाढूंगी एसडीएम रेखा कोहली, तहसीलदार सचिन कुमार, सीओ स्पेशल ऑपरेशन नितिन लोहनी समेत 200 से अधिक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं।
उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने हल्द्वानी के वनभूलपुरा में अवैध निर्माण को हटाए जाने के दौरान पुलिस और प्रशासन के अफसरों पर हमले की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद नैनीताल की जिलाधिकारी ने वनभूलपुरा क्षेत्र मे कर्फ्यू लगाते हुए दंगाइयों को गोली मारने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने देर शाम सीएम आवास में इस घटना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और अफसर से पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के सख्त निर्देश भी दिए हैं। जिलाधिकारी ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अशान्ति वाले क्षेत्र बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया गया है तथा स्थिति को सामान्य बनाये रखने के लिये दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये गये है।