PATNA: मंत्रियों और अधिकारियों की बैठक को गोपनीयता बनाए रखने के संबंध में लिखे गए पत्र को सार्वजनिक कर दिया गया है जिसे लेकर अब सरकार की खूब किरकिरी हो रही है।
दरअसल बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कई पाबंदियां लगाई जा रही है। इसी दौरान यह फैसला भी लिया गया कि मंत्रिपरिषद की बैठक भी अब वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरीये होगी। मंत्रीमंडल की बैठक में प्रस्तावों पर विचार विमर्श कर उसे स्वीकृति दी जाएगी। मंत्रिपरिषद की बैठक को लेकर गोपनीयता बरती जाएगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही बैठक में सुरक्षा में किसी तरह की लापरवाही ना हो इसे लेकर मंत्रिमंडल सचिवालय ने मंत्रियों और संबंधित अधिकारियों को बैठक की गोपनीयता बनाए रखने के लिए पत्र लिखा था। लेकिन मंत्रिमंडल सचिवालय के कर्मी खुद गोपनीयता रखना भूल बैठे। यह पत्र अब सार्वजनिक हो गयी है।
बता दें कि विभाग द्वारा जारी पत्र में इस बात का जिक्र था कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर मंत्रिपरिषद की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संभावित है। मंत्रिपरिषद की बैठक की गोपनीयता बनाए रखने के लिए मंत्री व अधिकारी कुछ बातों को सुनिश्चित करेंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में मंत्री/संबंधित विभागीय अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित रखा जाए। मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में किसी भी तरह की वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी को पूरी तरह से प्रतिबंधित रखी जाए।
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की ओर से बैठक के लिए भेजी जाने वाली सामग्रियों को पूरी तरह से गोपनीय रखते हुए कार्यसूची या अन्य सामग्रियों की फोटो कॉपी पूरी तरह से प्रतिबंधित रखी जाए। मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद कार्यसूची मुहरबंद कर मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग को वापस किया जाए। गोपनीयता का पाठ पढ़ाने के चक्कर में मंत्रिममंडल सचिवालय के कर्मी खुद गोपनीयता रखना भूल गये और मंत्रियों-अधिकारियों की बैठक की गोपनीयता बनाए रखने के संबंध में लिखे गये पत्र को ही सार्वजनिक कर दिया। अब इसे लेकर सरकारी की खूब किरकिरी हो रही है।