GOPALGANJ: पुलिस ने आरबीआई के फर्जी मैनेजर समेत 4 ठगों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए सभी शातिर ठगों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में सरकारी नौकरी से सम्बंधित फर्जी दस्तावेज, सेवा पुस्तिका और युवाओं के ओरिजिनल सर्टिफिकेट भी बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक इस ठग गिरोह एक द्वारा नौकरी के नाम पर अबतक 60 लाख रूपये की वसूली की गयी थी.
मांगता था रंगदारी भी
इस गिरोह के मास्टरमाइंड के ऊपर गोपालगंज के स्वर्ण व्यवसायी से 10 लाख रूपये की रंगदारी मांगने का भी आरोप है. पुलिस इस मामले में 10 मोबाइल फोन भी जब्त किया है. यह कार्रवाई एसपी के निर्देश पर बनाये गए स्पेशल पुलिस की टीम ने नगर थाना के यादोपुर चौक से किया है. गोपालगंज के एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया की गोपालगंज नगर थाना में कुछ दिनों पूर्व स्वर्ण व्यवसायी से 10 लाख रूपये रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इस प्राथमिकी के बाद सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया. इस टीम के द्वारा आज शनिवार को नगर थाना के यादोपुर चौक से अपराध की योजना बनाते चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला की गिरफ्तार अपराधियों के द्वारा ही नगर थाना क्षेत्र के स्वर्ण व्यवसायी से 10 लाख रूपए की रंगदारी की मांग की गयी थी. इन अपराधियों के ठिकानों पर जब छापेमारी की गयी तो वहा से पुलिस ने रेलवे में नौकरी से सम्बंधित कई फर्जी दस्तावेज , आरबीआई से सबंधित कई दस्तावेज और अन्य सरकारी से सम्बंधित कई सेवा पुस्तिका भी जब्त किया गया. इसके साथ ही कई फर्जी आई कार्ड , 10 मोबाइल फोन और कई सरकारी विभाग का मुहर भी जब्त किया गया.
नौकरी के नाम पर करता था ठगी
एसपी के मुताबिक रंगदारी के साथ साथ इस गिरोह के अपराधियों के द्वारा नौकरी के नाम से लोगों से लाखों रूपए की वसूली की जाती थी. पैसे वसूली के बाद उन्हें फर्जी सरकारी दस्तावेज दिए जाते थे. अबतक इन अपराधियों के द्वारा 60 लाख रूपए की वसूली की पुष्टि हुई है. ये ठग युवाओं से लाखों रूपए वसूलते थे इसके साथ ही वे युवाओं से उनके ओरिजिनल सर्टिफिकेट भी जब्त कर लेते थे. गिरफ्तार ठगों का मुख्य सरगना सोनू कुमार दुबे है. जो गोपालगंज नगर थाना के मालवीय नगर मोहल्ले का रहने वाला है. इसके अलावा इस गिरोह में सतीश कुमार , बैकुंठपुर , नविन कुमार रंजन , कुचायकोट और राहुल कुमार दरियापुर , गया शामिल है. एसपी के मुताबिक सोनू कुमार दुबे खुद आरबीआई का फर्जी आईकार्ड बनाकर खुद को आरबीआई का मैनेजर बताकर लोगों से पैसे की वसूली करता था. इस गिरोह के द्वारा बिहार और झारखण्ड में सैकड़ों लोगों से नौकरी के नाम पर वसूली की गयी है. इनके पास से रंगदारी मांगने वाला मोबाइल फोन के अलावा कई मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. इस गिरोह में अन्य सदस्यों की भी पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जाएगी.