DESK: बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच गंगा नदी में मिले शवों को लेकर सियासत तेज हो गयी है। इस मामले पर पटना हाईकोर्ट के अलावा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तक संज्ञान ले चुके हैं। अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सरकार पर इस मसले को लेकर बड़ा हमला बोला है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि 'जिंदा रहते इलाज नहीं मिला और मरने के बाद कफन तक नसीबन नहीं, हिंदुओं के शवों को दफनाया जा रहा है'
बक्सर और यूपी के बीच गंगा में मिले शवों पर राजद और पूरा लालू परिवार लगातार हमलावर है। इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक बयान जारी करते हुए कहा गया कि जीते जी जिन्हें ऑक्सीजन, बेड, दवाएं और इलाज नहीं मिला, उन्हें मरने के बाद लकड़ी और कफन तक नहीं मिल सका। शवों को दुर्गति के लिए गंगा में फेंक दिया गया। कुत्ते उन्हें नोच रहे हैं। हिंदुओं के शवों को दफना दिया गया। कहां ले जा रहे हैं देश को...
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और बलिया जिलों को बिहार के बक्सर जिले से गंगा नदी अलग करती हैं। इन तीन जिलों के बीच गंगा नदी में अब तक 100 से अधिक लाश को बक्सर के गंगा नदी से निकाला जा चुका है। बक्सर जिला प्रशासन और बिहार सरकार का दावा है कि ये सभी लाश उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार की तरफ आए हैं।
एक साथ बड़ी तादाद में शवों को देखे जाने के बाद स्थानीय प्रशासन ने जेसीबी से गड्ढे खुदवाकर सभी शवों को दफना दिया था। इससे पहले कई शवों का कोविड टेस्ट करने के लिए सैंपल लिया गया। बक्सर जिले के स्वास्थ्य विभाग ने कई शवों का प्रशासन के अनुरोध पर पोस्टमॉर्टम भी कराया गया था। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सरकार पर इस मसले को लेकर बड़ा हमला बोला है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि 'जिंदा रहते इलाज नहीं मिला और मरने के बाद कफन तक नसीबन नहीं, हिंदुओं के शवों को दफनाया जा रहा है'