ब्राह्मण समाज के लोगों ने किया जोरदार स्वागत, सरकारी खर्चे पर हो मांझी के दिमाग का इलाज: गजेंद्र झा

ब्राह्मण समाज के लोगों ने किया जोरदार स्वागत, सरकारी खर्चे पर हो मांझी के दिमाग का इलाज: गजेंद्र झा

MADHUBANI: पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने विवादित बयान के बाद उनका जीभ काटने की बात करने वाले बीजेपी से निष्कासित नेता गजेंद्र झा का आज मधुबनी में जोरदार स्वागत किया गया। ब्राह्मण समाज के लोगों ने इस दौरान जुलूस भी निकाला और उनके समर्थन में जमकर नारेबाजी की। गजेंद्र झा ने कहा कि वे आज भी अपने स्टैंड पर कायम हैं। जीतन राम मांझी के दिमाग का इलाज सरकारी खर्च पर कराए जाने की मांग गजेंद्र झा ने सरकार से की।  


पूर्व सीएम जीतन राम मांझी द्वारा दिए गये विवादित बयान के बाद जीभ काटने की बात करने वाले गजेंद्र झा को बीजेपी ने निष्कासित किया था। गजेंद्र झा आज मधुबनी पहुंचे जहां ब्राह्मण समाज के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। समाज के लोगों ने उनके समर्थन में नारे लगाए वही मधुबनी के जिलाध्यक्ष शंकर झा और जीतन राम मांझी के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।    


मधुबनी में मीडिया से बातचीत करते हुए गजेंद्र झा ने कहा कि वे आज भी अपने अपने स्टैंड पर कायम हैं। बिहार में सद्भावना बनाए रखने, हिन्दू की एकता बनाए रखने के लिए अविलंब जीतन राम मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग उन्होंने नीतीश सरकार से की। यह भी कहा कि मांझी जी के दिमागी हालत ठीक नहीं है उनका इलाज सरकारी खर्चे पर कराई जाए।  


गजेंद्र झा ने पत्रकारों  से बातचीत करते हुए कहा कि सामाजिक सौहार्द बनाए रखने केलिए  SC /ST एक्ट की तरह स्वर्ण आयोग भी बनायी जाए और सवर्णों को गाली देने वाले इस व्यक्ति को जेल के भीतर बंद किया जाए। साथ ही कहा कि मांझी ने यह पहली बार गलती नहीं की है। पहले भी उन्होंने राम के अस्तित्व को नकारा था। फिर उन्होंने हिंदू के अस्तित्व को नकारा और अब वह ब्राह्मण समाज को गाली दे रहे हैं। 


गजेंद्र झा ने कहा कि 27 दिसम्बर को जीतनराम मांझी ने ब्राह्मण दलित एकता भोज का आयोजन किया है। मांझी के इस भोज में जाने वाले ब्राह्मण अपने धर्म, अपने कुल की मर्यादा को नष्ट करेंगे। यदि जीतन राम मांझी बिना शर्त माफी मांग लेते हैं तो 27 दिसंबर को होने वाले उनके भोज में मैं भी जाऊंगा। उनके साथ मैं भी खाना खा लूंगा लेकिन जब तक माफी नहीं मांगेंगे तब तक उनके इस भोज का निमंत्रण कोई भी ब्राह्मण स्वीकार नहीं करेगा।


बता दें कि मांझी द्वारा ब्राह्मणों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर गजेंद्र झा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि जब ब्राम्हण जाग जाएगा तो उन्हें भागने के लिए जमीन कम पड़ जाएगी. उन्होंने एलान किया था कि कोई भी ब्राह्मण का बेटा अगर मांझी की जुबान काटकर उनके सामने रखेगा तो उसे इनाम स्वरूप 11 लाख रुपए दिए जाएंगे. साथ ही उस शख्स का जीवनभर भरण पोषण भी उनके द्वारा किया जाएगा। गजेंद्र झा के इस ऐलान के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी से निष्कासित होने के बाद गजेंद्र झा के मधुबनी पहुंचने पर उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया।