SASARAM: DM और SDO के फर्जी हस्तांक्षर कर वाहनों का ई-पास बनाने का मामला रोहतास में सामने आया है। आपदा की घड़ी में अवसर तलाशने वाले 5 जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार कियाा है। आपकों यह जानकर आश्चर्य होगा की इन जालसाजों ने डिहरी के एसडीओ सुनील कुमार की दो गाड़ियों का भी फर्जी ई-पास बना डाला। इन जालसाजों ने लॉकडाउन का खूब फायदा उठाया। फर्जी ई-पास बनाने के लिए जालसाज लोगों से 500 से लेकर 1500 रुपये तक लेते और डीएम और एसडीओ के फर्जी हस्तांक्षर कर ई-पास निर्गत किया करते थे जिसका लोग भी धड़ल्ले से इस्तेमाल किया करते थे। डिहरी के सुभाष नगर और थाना चौक से इन पांच जालसाजों की गिरफ्तारी हुई।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने पूरे बिहार में 25 मई तक लॉकडाउन लगाया है। इसे लेकर सरकार ने गाइडलाइन भी जारी किया है। इसके तहत सड़कों पर निजी वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया है। हालांकि आवश्यक सेवाओं से जुड़ी वाहनों के लिए ई-पास की व्यवस्था की गयी है। जिसके लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। आवेदन की जांच के बाद ही ई-पास निर्गत किया जा रहा है।
ऐसे में जिन लोगों का ई-पास नहीं बन पाया उन्हें जालसाज अपना शिकार बना रहे हैं। पैसे लेकर फर्जी ई-पास जारी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रोहतास के डेहरी में उस वक्त सामने आया जब जालसाजों ने एसडीओ की सरकारी गाड़ी का ही ई-पास बना डाला। फिर क्या था एसडीओ ने कार्रवाई करते हुए पांच जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से कंप्यूटर, लैपटॉप जब्त किया गया है। साथ ही इनकी दुकानों को भी सील कर दिया गया।
डिहरी एसडीओ सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें यह सूचना मिली थी कि कुछ दुकानदार पैसे लेकर फर्जी रूप से वाहनों का ई-पास बना रहे हैं। इसी सूचना पर उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मी को सादे लिवास में अपनी दो सरकारी वाहनों का ई-पास बनाने के लिए जालसाजों के पास भेजा। एक जालसाज ने 1500 तो दूसरे ने 500 रुपये लेकर डेहरी एसडीओ की सरकारी गाड़ी का ई-वाहन पास बना दिया। सबूत हाथ लगते ही एसडीओ सुनील कुमार और एएसपी संजय कुमार ने धावा बोल दिया और दोनों जगहों पर छापेमारी की जहां से इन जालसाजों को रंगेहाथों धर दबोचा गया।SDO ने बताया कि दोनों कंप्यूटर के दुकानों को सील कर दिया गया है वही 5 जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है।