PATNA : बिहार के सीएम नीतीश कुमार जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर मंगलवार को निकलेंगे। यात्रा का मकसद तो लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करना है लेकिन इसके साथ-साथ नीतीश 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता का मूड भी भापेंगे। नीतीश की यात्रा से पहले विपक्ष ने इसके औचित्य पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है।
जल-जीवन- हरियाली यात्रा के जरिए सीएम नीतीश कुमार लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करेंगे। बिहार में नदी, तालाब, कुंओं से लेकर जल संचय का संग्रहण करने के साथ-साथ वन पर्यावरण को बढ़ावा देन का संदेश नीतीश यात्रा के दौरान देंगे। 24000 करोड़ की बिहार सरकार की ये महत्वाकांक्षी योजना बिहार के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। सरकार को उम्मीद है की इस योजना के सफल होने से बिहार के पर्यावरण में भी बड़ा बदलाव होगा।
नीतीश कुमार ने अभी तक कई बड़ी योजनाओं की शुरुआत बिहार में की है जिसकी चर्चा देश भर में होती है। नीतीश के जल-जीवन -हरियाली कार्यक्रम की चर्चा भी देश भर में हो रही है। नीतीश इसके पहले भी कई यात्रा पर जा चुके हैं।हालांकि नीतीश की यात्रा से शुरू होने से पहले ही विपक्ष के निशाने पर आ गयी है।
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पहले नीतीश कुमार जवाब दें कि उनकी पहले की योजनाओं का क्या नतीजा निकला। नीतीश की यात्रा से पहले सब-कुछ चकाचक कर दिया जाता है लेकिन यात्रा खत्म होते ही उस जगह की दुर्गति शुरू हो जाती है।