एक और दल के NDA में वापसी के आसार, अब इस राज्य में BJP का गठबंधन लगभग तय

एक और दल के NDA में वापसी के आसार, अब इस राज्य में BJP का गठबंधन लगभग तय

DESK : भाजपा के सीनियर लीडर और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया है। अब इस नारे को हकीकत में बदलने के लिए भाजपा हर संभव कोशिश में लगी हुई है। भाजपा ने पहले बिहार में नीतीश कुमार से गठबंधन कर एनडीए की स्थिति मजबूत की। इसके बाद अब तेलुगु देशम नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार देर रात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ लंबी मुलाकात की है। इस बैठक में जनसेना नेता पवन कल्याण भी मौजूद रहे। बैठक में आंध्र प्रदेश में भाजपा, तेलुगू देशम और जनसेना के बीच सीटों के तालमेल को अंतिम रूप दिया गया।


दरअसल, आंध्र प्रदेश में राजग के विस्तार की दिशा में आगे बढ़ते हुए भाजपा ने तेलुगु देशम और जनसेना के साथ गठबंधन और सीटों के तालमेल पर अपना मंथन पूरा कर लिया है। गुरुवार देर रात चंद्रबाबू नायडू ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर जाकर भाजपा नेतृत्व से गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर लंबी बातचीत की है। 


सूत्रों के अनुसार आंध्र प्रदेश की 25 सीटों में से भाजपा 8 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि जनसेना के हिस्से में तीन सीटों के आने की संभावना है। बाकी 14 सीटों पर तेलुगू देशम चुनाव लड़ सकती है। हालांकि, तेलुगू देशम इससे ज्यादा सीट चाहती है। यही वजह है कि भाजपा नेताओं ने देर रात तक एक सीट को लेकर लंबी चर्चा की है। पार्टी सूत्रों कहना है गठबंधन लगभग तय है और जल्दी ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी।


मालूम हो कि, एनडीए कि लिए '400' पार का नारा दे रही भाजपा के लिए दक्षिण भारतीय राज्य में यह गठबंधन अहम साबित हो सकता है। इसकी वजह है कि भाजपा कर्नाटक के अलावा किसी अन्य दक्षिण भारतीय राज्य में खास मौजूदगी दर्ज नहीं करा सकी है। बीते लोकसभा चुनाव में पांच राज्यों की 100 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर भाजपा सिर्फ 29 सीटें ही अपने नाम कर सकी थी। इनमें 25 सीटें कर्नाटक और 4 सीटें तेलंगाना से आईं थीं। ऐसे में अगर तेदेपा की एनडीए में वापसी होती है, तो भाजपा को फायदा होने के आसार हैं। 


उधर, ओडिशा में करीब 15 वर्षों के बाद अपने पुराने सहयोगी  सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) से गठबंधन करने जा रही है।इसको लेकर अभी कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। लेकिन,   दोनों दलों के नेताओं ने बुधवार को चुनाव से पहले गठबंधन का संकेत दिया है।