RANCHI: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की स्थिति नाजुक बनी हुई है. इस बीच इनको एयर एंबुलेंस से चेन्नई इलाज के लिए भेजा गया है. उनको मेडिका हॉस्पिटल से एयरपोर्ट ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. चेन्नई जाने के बाद उनका इलाज एमजीएम हेल्थकेयर हॉस्पिटल में शुरू हो गया.
हेमंत सोरेन गए एयरपोर्ट पर छोड़ने
कोरोना पॉजिटिव शिक्षा मंत्री को छोड़ने के लिए खुद सीएम हेमंत सोरेन एयरपोर्ट पहुंचे. इस दौरान कहा कि पूरे झारखंड की दुआएं शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ हैं. बेहतर इलाज के लिए उन्हें चेन्नई भेजा गया है. मुझे विश्वास है अपना टाइगर महतो जल्द वापस आएगा.
चेन्नई से आई थी कल डॉक्टरों की टीम
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की लगातार तबीयत बिगड़ी जा रही है. जिसके बाद उनका इलाज करने के लिए चेन्नई से डॉक्टरों की एक टीम रांची आई. उस टीम से सीएम हेमंत सोरेन ने बात की और जाना की कैसे बेहतर उनका और इलाज हो सकता है. जिसके बाद फैसला हुआ की उनको इलाज के लिए बाहर भेजा जाए. कोरोना संक्रमित शिक्षा मंत्री की तबीयत अधिक खराब होने के बाद उनको रिम्स से उनको मेडिका हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. यहां पर भी उनकी स्थिति खराब होती जा रही थी. जिसके बाद हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने सीएम हेमंत सोरेन, रिम्स के डॉक्टरों को बुलाया कर बात की थी. जिसके बाद चेन्नई की डॉक्टरों की टीम से हेमंत ने बात किया था. और रांची बुलाया था. जिसके बाद टीम रांची पहुंची हुई थी.
तीसरी बार कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव
शिक्षा मंत्री को रिम्स के आईयूसी में 28 सितंबर को भर्ती कराया गया था. फिर मेडिका में शिफ्ट किया गया. इन 20 दिनों में अब लंग्स 90 प्रतिशत संक्रमित हो चुका है. उनकी बिगड़ी तबीयत से मेडिका हॉस्पिटल के डॉक्टर परेशान थे. रविवार को मंत्री का ऑक्सीजन लेवल 50 पहुंचते ही मेडिका की क्रिटिकल टीम घबरा गई. रिम्स की एक्सपर्ट टीम के अलावा सीएम को भी सूचना दी. इसके बाद रिम्स और मेडिका की क्रिटिकल टीम इलाज में जुट गई. बता दें कि कोरोना के कारण ही मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की मौत कुछ दिन पहले ही हुई थी.