Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट.. Chhaava: “छावा की सफलता का श्रेय विकी को नहीं जाता बल्कि..”, महेश मांजरेकर के बयान से मच गई सोशल मीडिया पर सनसनी Bihar Crime News: युवक की सरेआम हत्या से हड़कंप, बदमाशों ने बैक टू बैक दागी तीन गोलियां Bihar Crime News: बिहार STF और पुलिस की बड़ी सफलता, 9 वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली गिरफ्तार
1st Bihar Published by: Updated Fri, 17 Jan 2020 06:24:46 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा करते हुए अगले वित्तीय वर्ष से पूरी तरह से ऑनलाइन भू-लगान जमा कराने और लगान की राशि क्रेडिट, डेबिट कार्ड से भी स्वीकार करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने भू अर्जन के प्रत्येक चरण की कार्रवाई व भूधारियों को किए जाने वाले भुगतान को कम्प्यूटराइज्ड करने व भविष्य में भूधारियों को होने वाले भू-मुआवजा के भुगतान को सीएफएमएस प्रणाली से जोड़ने का भी निर्देश दिया।
डिप्टी सीएम ने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया के कारण दाखिल-खारिज में काफी तेजी आई है। 2017-18 में दाखिल-खारिज के लिए जहां 13.41 लाख याचिकाएं आई थी वहीं 2019-20 में 25.25 लाख याचिकाएं प्राप्त हुई, जिसमें से 15 जनवरी 2020 तक 16.25 लाख (करीब 64 प्रतिशत) का निष्पादन किया जा चुका है। शेष का शीघ्र निष्पादन प्रक्रियाधीन है। इसके साथ ही 3.56 करोड़ जमाबंदी को डिजिटाइज्ड कर बिहार सरकार के वेबसाइट पर उसे प्रकाशित किया जा चुका है।
राज्य के सभी अंचलों को ऑनलाइन भू-लगान भुगतान की प्रक्रिया से जोड़े जाने के कारण 2019-20 में 15 जनवरी तक 18.16 लाख भूधारियों ने ऑनलाइन लगान जमा किया जिससे 29.89 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। राज्य के प्रत्येक अंचल में इस साल फरवरी के अंत तक 4-4 डाटा इंट्री ऑपरेटर की सेवा उपलब्ध करा दी जायेगी ताकि भू-अभिलेखों के कम्प्यूटरीकृत संधारण, दाखिल-खारिज व अन्य कार्यों में तेजी आ सके।समीक्षा बैठक में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक सिंह, वित्त सचिव राहुल सिंह के अलावा अन्य वरीय विभागीय अधिकारी मौजूद थे।