DESK : इस साल दिवाली 24 अक्टूबर को है। दिवाली में सबसे ज्यादा असमंजस पूजा करने के मुहूर्त को लेकर रहता है कि आखिर लक्ष्मी-गणेश की पूजा कब करें, लेकिन हम आपको बताते हैं कि पूजा करने का शुभ मुहूर्त क्या है। कार्तिक अमावस्या दिवाली के दिन प्रदोष काल की शुरुआत शाम में 5 बजकर 43 मिनट से होगी। इस समय शाम 7 बजकर 30 मिनट तक चर चौघड़िया रहेगा। उसके बाद रोग चौघड़िया लग जाएगा। शाम में 6 बजकर 53 मिनट तक मेष लग्न है। ऐसे में स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए स्थिर लग्न में शाम 6 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट से पहले गृहस्थ जनों को देवी लक्ष्मी की पूजा कर लेनी चाहिए।
आपको बता दें, बुध-गुरु की नजर में होने के कारण तमाम दोषों को खत्म करने वाला कुंभ दोपहर 03.41 बजे तक और 05.06 बजे तक मीन लग्न रहेगा। चूंकि मीन लग्न शुक्र की उच्च राशि है, इस लग्न में दीपावली-महालक्ष्मी की पूजा करने वाले यजमान भी मालामाल होते हैं. मीन लग्न में उतार-चढ़ाव का व्यवसाय करने वालों, को पूजा करनी चाहिए चाहे वे फाइनेंसर हों या बैंक कर्मी हों।
धनु लग्न- कुछ व्यापारी अपने उद्योग धंधे, व्यवसाय, दुकानदारी, प्रतिष्ठान आदि में लक्ष्मीपूजन के लिए धनु लग्न को श्रेष्ठ मानते है। क्योंकि लग्न का स्वामी ग्रह गुरू है। शुभ ग्रह होने से गुरू सबकी सफलता में सहायक रहता है। धनु लग्न- प्रात: 10:47 से देपहर 12:52 तक। मकर लग्न- दोपहर 12:53 से दोपहर 2:35 तक मकर लग्न में लग्नेश शनि तथा अभिजीत मुहूर्त की उपस्थिति कार्यसिद्धी में मदद करेगी।