दिवाली पर इमरजेंसी सेवा के लिए ये फोन नंबर आएंगे काम, पटाखा जलाने के समय इन बातों का रखें ध्यान

दिवाली पर इमरजेंसी सेवा के लिए ये फोन नंबर आएंगे काम, पटाखा जलाने के समय इन बातों का रखें ध्यान

PATNA : दीपावली में किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रभावित को लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे। आपात स्थिति को लेकर राजधानी के निजी व सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) समेत सभी अस्पतालों में 24 घंटे रोस्टर में डाक्टरों की तैनाती की गई है।


दरअसल, देश समेत बिहार में दिवाली को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। लोगों ने शनिवार को जमकर खरीदारी की। आज सभी लोग जहां धूमधाम से दिवाली मनाएंगे वहीं इस दौरान सावधानी बरतने की भी जरूरत होगी। हालांकि प्रशासन ने भी किसी भी तरह की घटना से निपटने के लिए खासा इंतजाम कर रखा है। इमरजेंसी नंबर भी जारी किए गए हैं। 


जिला नियंत्रण कक्ष : 0612-2219810, 2219234 किसी तरह की आपात स्थिति में नंबर - 112 पुलिस नियंत्रण कक्ष : 9470001389, बिजली से संबंधित शिकायत पर करें संपर्क पेसू नियंत्रण कक्ष : 0612-2280506, 2280508, 2285507, 7763814672, टाल फ्री 1912 पटना नगर निगम : टाल फ्री 155304, 0612-2200634


इमरजेंसी के लिए फोन नं. सिविल सर्जन : 9470003600 पीएमसीएच अधीक्षक : 9470003549 न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल निदेशक : 9470003587 राजबंशी नगर अस्पताल निदेशक : 9470003586 राजेंद्र नगर अस्पताल निदेशक : 9470003595 गर्दनीबाग अस्पताल प्रभारी : 9470003584 आइजीआइएमएस : 0612-2287225, 2287152 आइजीआइसी : 0612-2300845, 2371470


वहीं, आइजीआइएमएस के उप निदेशक सह चिकित्सा अधीक्षक डा. मनीष मंडल ने बताया कि दीपावली को लेकर रोस्टर के अनुसार डाक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। कोई भी चिकित्सक वैकेल्पिक व्यवस्था के बाद ही छुट्टी ले सकेंगे। सिविल सर्जन की ओर से सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। अस्पतालों को जलने, संक्रमण व मौसमी रोगों समेत सभी दवाओं का पर्याप्त भंडारण करने का निर्देश दिया गया है। पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और एम्स पटना समेत राजधानी के सभी अस्पताल 24 घंटे अलर्ट रहेंगे। रविवार के कारण ओपीडी बंद रहेगी लेकिन इमरजेंसी में अतिरिक्त डाक्टरों को तैनात किया गया है।


उधर, पटाखा छोड़ने वाले स्थानों पर पानी एवं बालू रखना अनिवार्य है। इससे किसी भी स्थिति में बच्चों का बचाव किया जा सकता है। साथ ही कोशिश करें कि सूती वस्त्र पहनकर पटाखा छोड़ें।  दीवाली के दौरान पटाखा छोड़ते समय कुछ सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। बच्चों को पटाखा छोड़ते समय किसी तरह हाथ जल जाए तो उसे तत्काल ठंडा पानी से धोना चाहिए। पानी से तब तक धोते रहे, जब तक घाव से गर्मी न निकल जाए।