दिन में मुकेश सहनी ने लालू-तेजस्वी का किया गुणगान, रात में मिलने पहुंच गये राजद नेता

दिन में मुकेश सहनी ने लालू-तेजस्वी का किया गुणगान, रात में मिलने पहुंच गये राजद नेता

PATNA: आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी आज देर शाम वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद मृत्युंजय तिवारी ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इस मुलाकात का कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाला जाना चाहिए।


मीडिया ने जब मुकेश सहनी से मिलने का कारण पूछा तो मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि वैशाली का मैराथन खिलाड़ी अरुण सहनी के साथ अन्याय हो रहा है। चैम्पियन खिलाड़ी को न्याय दिलाने के लिए वे मुकेश सहनी से मिलने आए थे। जिस समाज के लिए मुकेश सहनी प्रतिनिधित्व करते हैं अरुण सहनी उसी निषाद समाज से ही आते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि  मुकेश सहनी ने आश्वासन दिया है कि अरुण सहनी को भेज दिजिएगा उन्हें न्याय दिला कर रहेंगे। 


मीडिया ने जब यह सवाल पूछा की मुलाकात दिन में भी हो सकती है। आखिर क्या वजह है कि मुकेश सहनी से मिलने रात के अंधेरे में आना पड़ा। मीडिया के इस सवाल पर मृत्युंजय तिवारी बोले कि चाहे जो भी कयास लगा लीजिए हम किसी राजनीतिक मकसद से नहीं आए थे। खिलाड़ियों के हक के लिए हम पहले भी लड़ते रहे हैं और आज भी अरुण सहनी को न्याय दिलाने के लिए आए हैं।


मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि खरमास के बाद तो खेला शुरू हो गया है। एनडीए के अंदर लोग लड़ झगड़ रहे हैं तो इसमें हमारा क्या कसूर हैं। हम पहले भी कहते आए है कि बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को जनादेश दिया था। बिहार की तेरह करोड़ जनता तेजस्वी यादव के नाव पर सवार है। मुकेश सहनी का पतवार जब्त हो जाएगा तब सरकार तो डूब ही जाएगी। लेकिन आज हम कोई राजनीतिक मसले पर मिलने नहीं आए हैं। 


पार्टी को लेकर जो भी फैसला है वो आरजेडी नेतृत्व लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव तय करेंगे यह हमारा विषय नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले भी मृत्युंजय तिवारी खिलाड़ियों की समस्या को लेकर उपेंद्र कुशवाहा से मिले थे उस वक्त भी कई कयास लगाए गये थे। वही मंगलवार को जब मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताया था और यह भी कहा था कि हम लालू यादव के विचारधारा पर चलते हैं। कल मुकेश सहनी ने यह बयान दिया था और आज राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी उनसे मिलने उनके आवास पर पहुंच गये। जिसे लेकर भी कई कयास लगने शुरू हो गये हैं। रात के अंधेरे में हुई यह मुलाकात कई बातों की ओर इशारा करती है।