BETTIAH: प• चम्पारण के लौरिया विधानसभा के BJP विधायक विनय बिहारी योगापट्टी के अंचलाधिकारी, योगापट्टी, नवलपुर और शनीचरी थाना के थानाध्यक्ष के खिलाफ दिशा की बैठक के दौरान बेतिया समाहरणालय परिसर में धरना पर बैठ गये। उन्होंने दिशा की बैठक का विरोध किया। लौरिया विधायक विनय बिहारी ने कहा कि सीओ और थानाध्यक्ष गरीबों की नहीं सुनते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये आम लोगों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। पैसे की उगाही के लिए ये दलाल रखे हुए हैं। अंचल ऑफिस और थाना दलालों का अड्डा बना हुआ है। विधायक से दारोगा बोलता है कि घोड़ा घास से दोस्ती कर लेगा तो कैसे जियेगा?
विनय बिहारी ने आगे कहा कि योगापट्टी अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष पैसे लेकर पर्चा धारियों के घर को उजाड़ने में लगे हैं। जिला प्रशासन यदि कार्रवाई नहीं नहीं करती है तब हम आत्मदाह करेंगे। एक नहीं कई समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी के लौरिया विधायक विनय बिहारी बेतिया समाहरणालय परिसर में धरना पर बैठ गये। दिशा की बैठक का बहिष्कार करते हुए सभागार के मुख्य मार्ग पर अपने दर्जनों समर्थकों के साथ बीजेपी विधायक धरना पर बैठ गए। उनका कहना है कि गरीब भूमिहीनों को पर्चा तो दे दिया गया है लेकिन घर नहीं बनने दिया गया। जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया जिसके कारण घर नहीं बन पाया है। इनके पुराने घर को सीओ और थानाध्यक्ष ने बिना सूचना दिये उजाड़ दिया है। आज लोग कपकपाती ठंड में परिवार के साथ खुले आसमान में जीने को विवश हैं। इन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वो जाये तो जाये कहां।
गरीब और भूमिहीनों के इस मुद्दों को उन्होंने कई बार दिशा की बैठक में उठाया लेकिन दिशा की बैठक में इसका नतीजा नहीं निकला। इसलिए आज दिशा की बैठक का उन्होंने बहिष्कार कर दिया। विनय बिहारी ने कहा कि बैठक को बहिष्कार करने के बाद वे धरना पर बैठ गये हैं। अगर उनकी मांगे नहीं मांगी गई तो वो आत्मदाह करेंगे। उक्त बातें लौरिया विधायक विनय बिहारी ने कही है। उन्होंने कहा कि बिहार के थानेदार व अंचलाधिकारी बिना पैसे लिये कोई काम नहीं करते हैं। गरीबों को गहना,कपड़ा और जमीन बेचकर पैसे देने की बात करते हैं। उन्होंने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। बीजेपी विधायक विनय बिहारी के समर्थन में नरकटियागंज की भाजपा विधायक रश्मी वर्मा भी उतर गई हैं।
वही बीजेपी विधायक के धरना पर बैठने की जानकारी बेतिया के सांसद डॉ. संजय जायसवाल को ही नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। पहले पता करते है उसके बाद ही कोई बयान देंगे। इतना कहने के बाद वो भी धरना पर बैठ गये। आधा दर्जन भाजपा के विधायक और दोनों सांसद धरना पर बैठे रहे। वही सूचना पर पहुंचे जिला पदाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्रवाई करने के आश्वासन दिया जिसके बाद धरना समाप्त हुआ। जिला पदाधिकारी ने 15 दिन के अंदर जांच कर समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया।