RANCHI: झारखंड के पूर्व डीजीपी डीके पांडेय पर बहू रेखा पांडेय ने बहुत ही गंभीर आरोप लगाया है. इसके साथ ही दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज कराया है. इस मामले की पुलिस जांच कर रही है. एक और खुलासा हुआ है कि उन्होंने अपने निजी मामलों को लेकर पद का दुरुपयोग किया.
बहू पर करते थे शक
डीजीपी रहने के दौरान डीके पांडेय अपनी बहू के कैरेक्टर पर शक करते थे. उनको लगता था कि बहू का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है. जिसको लेकर उन्होंने नियम के खिलाफ जाकर अपनी बहू के मोबाइल नंबर का सीडीआर निकलवाया है. सीडीआर निकालने के लिए पहले मुख्यालय से अनुमति लेनी पड़ती है, लेकिन डीके पांडेय ने बहू को तलाक दिलाने के लिए नियमों की धज्जियां उड़ाई दी. यह बहू को गलत साबित करने के लिए किया.
जमशेदपुर पुलिस ने निकाला 5 नंबरों का सीडीआर
खुलासा हुआ है कि डीके पांडेय ने जमशेदपुर पुलिस के टेक्निकल सेल से 5 मोबाइल नंबरों के सीडीआर निकालवाया. इसमें नंबर उनकी बहू रेखा और तीन नंबर पीयूष के थे. पीयूष और रेखा के बीच में 6154 बार फोन पर संपर्क हुआ. इनमें 326 फोन कॉल लेट नाइट की गई. जो रात के 11 बजे लेकर सुबह चार बजे सुबह तक हुई. सबसे अधिक अवधि की फोन कॉल्स 90 मिनट की दिखाई गई. डीके पांडेय ने बहू तलाक को लेकर सबूत के तौर पर पेश किया है.
ससुर बनाना चाहते थे अवैध संबंध
झारखंड के पूर्व डीजीपी डीके पांडेय पर बहू ने गंभीर आरोप लगाया था. बहू ने आरोप लगाया है कि वह उसके साथ अवैध संबंध बनाना चाहते थे.जबकि मेरे पति समलैगिक है. बहू रेखा मिश्रा ने ससुर डीके पांडेय, सास पूनम पांडेय और पति शुभांकर के खिलाफ केस दर्ज कराया है. कहा कि शादी के बाद से उससे प्रताड़ित भी किया जा रहा है.
तीन साल पहले हुई थी शादी
बहू रेखा मिश्रा ने महिला थाना में एफआईआर में आरोप लगाया है कि पति के समलैंगिक होने के चलते ससुर ने दूसरों से संबंध बनाने का दवाब देते थे. इसके साथ ही वह खुद भी संबंध बनाना चाहा. रेखा ने आरोप लगाया है कि एक समारोह के दौरान जब मैं अकेली थी तो ससुर डीके पांडेय ने अपने साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए बोलन लगे. लेकिन मैं उसको लेकर तैयार नहीं हुई. इस बात की जानकारी परिवार में किसी भी सदस्य को नहीं है. ससुर की इस हरकत से मुझे बहुत परेशानी और मैं जिंदगी से इस कदर परेशान हो चुकी थी कि आत्महत्या करने तक की सोचने लगी थी. बहू ने आरोप लगाया है कि उसकी तीन साल पहले शादी हुई थी. लेकिन शादी के बाद से सास, ससुर और पति दहेज की मांग को लेकर ताना देने लगे. धमकी देने लगे. जिससे परेशान होकर वह मायके आ गई. बहू रेखा मिश्रा भाजपा नेता गणेश मिश्रा की बेटी हैं और अपना एनजीओ चलाती हैं.
डीजीपी की भूमिका रही है संदिग्ध
डीके पांडेय लंबे समय तक झारखंड के डीजीपी रह चुके हैं. वह बकोरिया गोली कांड में उनकी भूमिका संदिग्ध रही है. इस कांड में नक्सली बताकर 12 निर्दोष लोगों को जवानों ने मार गिराया था. इसकी सीबीआई जांच चल रही है. इसके अलावे वह रांची के कांके रोड में गैर मजरूवा जमीन पर घर बनाने को लेकर भी चर्चा में रह चुके हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान डीके पांडेय बीजेपी में शामिल हो गए.