दिल्ली पहुंचते ही तेजस्वी ने एक बार फिर नीतीश को घेरा, कहा- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह उनकी मंशा नहीं

दिल्ली पहुंचते ही तेजस्वी ने एक बार फिर नीतीश को घेरा, कहा- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह उनकी मंशा नहीं

DELHI: आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आज अपनी पत्नी राजश्री के साथ दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मामले पर तेजस्वी कहा कि सबसे पहले आरजेडी सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाया था। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह मंशा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नहीं है। बिहार में एनडीए और डबल इंजन की सरकार में फिर क्या दिक्कत हो रही है। 


नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह बताया कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग उनकी मां राबड़ी देवी ने भी की थी। इसे लेकर पटना से दिल्ली तक रैलियां हुई थी। जब हमलोगों की सरकार थी 40 में से 22 सांसद जीते थे तब लालूजी के नेतृत्व में बिहार को 1 लाख 44 हजार करोड़ का पैकेज दिया गया था। आज 40 में से 39 एनडीए के सांसद है लेकिन बिहार को क्या मिला यह किसी से छिपी हुई नहीं है। 


16 साल बिहार में राज करने के बाद नीतीशजी अब कह रहे हैं कि बिहार पिछड़ा हुआ है मदद चाहिए। आप मदद मांग किससे रहे हैं। आप तो सरकार के पार्ट हैं। बिहार में डबल इंजन की सरकार है इसके बावजूद उन्हें मांगना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री का केवल एक ही मकसद है कि उनकी कुर्सी किसी तरह से बची रहे। वे कुर्सी नहीं छोड़ेंने वाले नहीं है। कुर्सी के लिए नीतीश कुमार कुछ भी कर सकते हैं।तेजस्वी ने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिनकों उन्होंने ठगा नहीं।  


तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी ऑल पार्टी मिटिंग नहीं हो रही है। जातीय जनगणना को लेकर सब पार्टी ने प्रस्ताव केंद्र को भेजा है सब लोग इसके लिए तैयार हैं अब इसमें तय क्या करना है। घोषणा करनी है और कार्रवाई की जानी है। वही जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के बयान पर तेजस्वी ने कहा कि ललन सिंह क्या बोल रहे हैं इससे हमें कोई मतलब नहीं है। बिहार विधानसभा में हमने अपनी बातें रखी है। ललन सिंह विधानसभा की कार्रवाई देखते हैं क्या? उनके मुख्यमंत्री खुद मेरे सवालों का जवाब नहीं देते हैं। केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के बयान पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनका पैकेज पूरा मिल ही रहा है और उनका काम तो हो ही रहा है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले या ना मिले इससे उन्हें क्या?