PATNA: दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर RLJD सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा आज पटना पहुंचे। पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि अमित शाह से मुलाकात के दौरान बिहार की राजनीति और आगामी चुनाव पर चर्चा हुई।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में एनडीए कैसे लोकसभा की सभी सीटों पर जीत हासिल करे इसे लेकर भी केंद्रीय गृह मंत्री के साथ बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का चेहरा देखकर आज दया का भाव आता है। राजद के साथ नीतीश कुमार का दम घुट रहा है। नीतीश कुमार के लिए सबसे जरूरी है कि वह महागठबंधन से बाहर निकले। कुशवाहा ने कहा कि ललन सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं लेकिन अब वो पूरी तरह से राजद के लिए काम कर रहे हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ललन सिंह नीतीश कुमार के फायदे के बजाये आरजेडी के फायदे की बात कर रहे हैं। कुशवाहा ने कहा कि बिहार में मेन मुकाबला आरजेडी से है। इसलिए अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी नीतीश कुमार की चर्चा नहीं कर रहे हैं। नीतीश और जेडीयू अब बिहार में फैक्टर नहीं है बल्कि सबसे बड़ा फैक्टर आरजेडी है। इसे लेकर आगे की रणनीति बनाई जा रही है।
बता दें कि 27 सितंबर को दिल्ली में RLJD सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर NDA की रणनीति पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं के बीच बिहार की राजनीतिक हालत पर भी बातचीत हुई। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनन्द भी मौजूद थे।
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेडी एनडीए गठबंधन में शामिल है। इसलिए लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर कल दिल्ली में मंथन हुआ। उपेंद्र कुशवाहा और अमित शाह के बीच आधे घंटे तक बातचीत हुई थी। बिहार में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर एनडीए की जीत कैसे हो इसे लेकर रणनीति बनाई गयी। उपेंद्र कुशवाहा की अमित शाह से मुलाकात के बाद बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है।
वही जेडीयू से अलग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। बुधवार को जेडीयू के पूर्व एमएलसी रणवीर नंदन के पार्टी से इस्तीफा देते ही उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया के जरिये नीतीश पर हमला बोलते हुए लिखा था कि..आदरणीय श्री @NitishKumar जी, शायद अब आपको मेरी बात समझ में आ रही होगी। आपकी एक ग़लती आपकी पार्टी के सर्वनाश का कारण है। लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पायी। बहुत पहले ही हमने कह दिया था कि राजद-जदयू डील के साथ ही श्री @NitishKumar जी की पार्टी निपट चुकी है। डूबती नैया पर सवार होकर कोई भी व्यक्ति चुनाव की वैतरणी पार नहीं कर सकता है, इसलिए श्री नीतीश जी सहित उनकी पार्टी के अन्य नेता इधर-उधर संपर्क में हैं।