दिल्ली के इंस्पेक्टर के नाम से बिहार के सिपाही को आया कॉल, कहा-रेप केस में तुम्हारे बेटे को पकड़े हैं..एक लाख भेजो नहीं तो जेल में सड़ा देंगे..फिर क्या हुआ जानिए?

दिल्ली के इंस्पेक्टर के नाम से बिहार के सिपाही को आया कॉल, कहा-रेप केस में तुम्हारे बेटे को पकड़े हैं..एक लाख भेजो नहीं तो जेल में सड़ा देंगे..फिर क्या हुआ जानिए?

PATNA: नई टेक्नोलॉजी से जहां हमारी जिंदगी आसान हो गयी है वहीं इसके दुरुपयोग ने कई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। वही तेजी से बढ़ते साइबर फ्रॉड इन टेक्नोलॉजी जरिये लोगों को अपने चंगुल में आए दिन फंसा रहे हैं। रोज साइबर अपराधी ठगी का नया-नया हथकंडा अपना रहे हैं। कभी परिजनों को फोन करके कहा जाता है कि आपकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया है तो कभी कहा जाता है कि Hello..मैं DG ऑफिस से बोल रहा हूं..मंत्री के बेटे के साथ हो गया बड़ा कांड..बेटी को बचाना चाहते हो तो 35 हजार भेजो...इस तरह के कॉल परिजनों को किया जाता है। इस बार साइबर ठगों ने पटना में तैनात बिहार पुलिस के सिपाही को निशाना बनाया है। 


साइबर अपराधियों ने कॉल किया आपके बेटे को रेप के आरोप में अरेस्ट किया गया है। बेटे को बचाना चाहते हो तो एक लाख रुपया भेजो। परेशान पिता ने 45 हजार रुपए ऑनलाइन भेज दिया। लेकिन कुछ ही देर बाद यह पता चला की उनके साथ ठगी कर ली गई है। साइबर ठग ने खुद को दिल्ली में तैनात इंस्पेक्टर बताया। कहा कि आपके बेटे को रेप केस में गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां इलाज चल रहा है। यदि बेटे को बचाना चाहते हो तो एक लाख रूपया भेजो तब सब रफा दफा कर देंगे नहीं तो जिन्दगीभर तुम्हारे बेटे को जेल की हवा खानी पड़ेगी। एक लाख दोगे तब केस हम खत्म कर देंगे। 


डॉग स्क्वायड के सिपाही शिव प्रसाद बेटे को लेकर काफी चिंतित थे। उनके पास फिलहाल 45 हजार रुपये ही थे उसने कहा कि अभी 45 हजार भेज देते हैं लेकिन मेरे बेटे को कुछ नहीं होना चाहिए। बाकि पैसा कुछ देर में भेज देंगे। जब साइबर ठग ने भरोसा दिलाया कि तुम्हारे बेटे को कुछ नहीं होगा तब पिता ने 45 हजार रुपए भेज दिया। लेकिन उस वक्त पैरों तले जमीन खिंसक गयी जब कुछ देर बाद पिता को बेटे ने फोन किया। बेटे ने बताया कि वो बिल्कुल ठीक है और अपने कमरे पर है। बेटे की बात सुनते ही उसे पता चल गया कि वो ठगी का शिकार हो गया है। 


जिसके बाद पटना में तैनात डॉग स्क्वायर्ड के सिपाही शिव प्रसाद ने तुरंत साइबर थाने में केस दर्ज कराया। उसने पुलिस को बताया कि वाट्सएप कॉल आया था। कॉल करने वाला खुद को दिल्ली में तैनात इंस्पेक्टर बता रहा था और यह कह रहा था कि आपका बेटा मेरी गिरफ्त में है जिसने एक लड़की के साथ दुष्कर्म किया है। लड़की की हालत नाजुक है। अभी केस नहीं हुआ है लेकिन केस हो गया तो बेटा जिन्दगी भर जेल में सड़ जाएगा। बेटे को बचाना चाहते हो तो एक लाख रूपये ऑनलाइन पेमेंट कर दो बाकि यहां हम सब संभाल लेंगे। तुम्हारे बेटे को कुछ भी नहीं होने देंगे। 


शिव प्रसाद ने जब कहा कि बेटे से बात कराइए तब ठग ने दूसरे लड़के से बात करवाई जो उस समय रो-रोकर बात कर रहा था और उसकी आवाज भी बेटे की तरह ही थी। वह कह रहा था कि पापा मुझे बचा लीजिए ये लोग बहुत पिटाई कर रहे हैं। बेटे की बात सुनकर पिता का दिल भर गया उसने बिना सोचे समझे अपने अकाउंट से 45 हजार रुपया ट्रांसफर कर दिया और कहा कि अभी 45 हजार ही है और पैसा दे देंगे लेकिन मेरे बेटे को कुछ नहीं होना चाहिए। 


ठग को पैसा ट्रांसफर करने के बाद शिव प्रसाद के फोन पर उनके बेटे का कॉल आया। जब उन्होंने बेटे से हालचाल पूछा तो उसने बताया कि हम ठीक है पापा अभी रूम पर हैं। इतना सुनते ही शिव प्रसाद को यह समझते देर नहीं लगी कि वो ठगी का शिकार हो गया है। फिलहाल साइबर थाना पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। इससे पहले भी इस तरह का मामला पटना में सामने आया है। पटना के कोतवाली थाने में बीते दिनों साइबर ठगी से जुड़ा मामला सामने आया था जिसमें युवक की सूझबूझ ने उसे साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचा लिया था। 


वही पिछले दिनों जमुई के झाझा में अजीबो-गरीब मामला सामने आया था। साइबर अपराधियों ने दंपति को फोन कर बताया था कि वह डीजी ऑफिस से बोल रहा है। उनकी बेटी की सहेली ने किसी मंत्री के बेटे के साथ गलत काम किया है। जिसमें उनकी बेटी भी शामिल है। उनकी बेटी को उल्टा लटकाया गया है उसका मर्डर कर देंगे। अभी उनकी बेटी उनके पास है और उसके मोबाइल को भी जब्त कर लिया गया है। यदि बेटी की जान बचाना चाहते हो तो मेरे अकाउंट में तुरंत 35 हजार रूपये भेज दो। पैसा नहीं भेजे तो तुम्हारी बेटी को मार डालेंगे। बाद में बेटी को बचाने के लिए 5 लाख रुपए खर्च करना पड़ेगा। अभी 35 हजार में मामला फरिया जाएगा। यदि बेटी को बचा सकते हो तो बचा लो। 


इस कॉल के बाद परिजन परेशान हो गये। पीड़ित दंपती ने इस बात की जानकारी अपनी बड़ी बेटी को दी। जिसके बाद बड़ी बेटी ने उस नंबर पर 25 हजार रुपये ऑन लाइन ट्रांजेक्शन कर दिया। पीड़ित दंपती ने जब अपनी छोटी बेटी को फोन किया तो तब जो कुछ पता चला परिजन भी हैरान रह गये। उनको मालूम चल गया कि वो ठगी के शिकार हो गये हैं। छोटी बेटी ने बताया कि ऐसा कोई मामला नहीं है ना ही वह कही किसी मामले में फंसी थी और ना ही उसे कोई उल्टा लटकाकर रखा था। उसका मोबाइल भी उसके पास था।


दंपती ने एक गलती कर दी वो यह कि बड़ी बेटी को फोन ना करके जिस बेटी की चर्चा साइबर ठग कर रहा था कम से कम उससे फोन पर बात कर लेते। पैसा ट्रांसफर करने से पहले यदि दंपती अपनी छोटी बेटी से बात करते तो ठगी का शिकार होने से बच जाते। उनकी एक गलती के कारण 25 हजार रूपये गंवाना पड़ गया। पीड़ित दंपती को यह एहसास हो गया कि वो ठगी के शिकार हो गये हैं। जिस नंबर से फोन आया था उस पर दोबारा फोन लगाने पर नहीं लग रहा है। 


पीड़ित दंपति ने जमुई साइबर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गयी। साइबर ठगी का मामला जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के पिपराडीह का है। व्यवसायी किशोर कुमार और उनकी पत्नी सुनीता कुमारी को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया था। तब किशोर कुमार ने बताया था कि उनकी बेटी बाहर रहकर पढ़ाई करती है। ऐसे में उन्हें अपनी बेटी की चिंता सताने लगी। बेटी की चिंता और लोकलाज के डर से उन्होंने साइबर ठगों को 25 हजार रुपया फोन पे पर ट्रांसफर कर दिया था। इस तरह के कॉल इन दिनों रोज आ रहे हैं आपको भी यदि इस तरह का फोन आए तो घबराइये नहीं बल्कि आराम से बात करिये और पुलिस को इसकी सूचना दिजीए।