DESK: तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार में 25 जून, 1975 को पूरे देश में आपातकाल घोषित कर दिया गया था। आपातकाल के 48 साल बीत जाने के बाद भी लोगों के जेहन में वो काला दिन आज भी याद है। आपातकाल की बरसी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इसे डार्क डेज ऑफ इमरजेंसी बताया है और आपातकाल के दौरान के नायकों को नमन किया है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलहाल मिस्र के दौरे पर हैं। आज आपातकाल की बरसी पर उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, “'मैं उन सभी साहसी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और हमारी लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए काम किया. #DarkDaysOfEmergency हमारे इतिहास की कभी न भूलाने वाली वो अवधि है, जो हमारे संविधान की ओर से बनाए गए मूल्यों के बिल्कुल विपरीत है”।
बताते चलें कि भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने अनुच्छेद 352 के अधीन आपातकाल की घोषणा की थी। 25 जून 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 तक यानी कुल 21 महीने देश में इमरजेंसी लागू रही थी। इस दौरान लोगों की आजादी छीन ली गई थी और प्रेस की स्वतंत्रता पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।