PATNA: दरभंगा के भीषण सोना लूट कांड में पुलिस जिसे मुख्य आरोपी बता रही है उसने सीधे बिहार के मुख्यमंत्री को चुनौती दी है. दरभंगा पुलिस ने इस मामले में हाजीपुर के मनीष सहनी को मुख्य अभियुक्त बताया है. मनीष सहनी ने वीडियो जारी कर नीतीश कुमार से कहा है-इस मामले की सीबीआई जांच करा लीजिये, अगर दोषी हूं तो फांसी पर चढ़ा दीजियेगा. लेकिन पुलिस सिर्फ बेगुनाह लोगों को जबरन फंसा रही है. मनीष सहनी ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. ये वीडियो सरेंडर से पहले का है.
क्या बोला मनीष सहनी
मनीष सहनी का वीडियो वायरल है. वीडियो में मनीष सहनी कह रहा है कि पुलिस ने उसकी पत्नी को पांच दिनों से उठा रखा है. उसके घऱ पर छापेमारी की जा रही है जबकि वो दरभंगा सोना लूट कांड के बारे में कुछ नहीं जानता है. बिहार के मुख्यमंत्री दरभंगा सोना लूट कांड की सीबीआई जांच करा लें. मनीष कह रहा है कि अगर उसमें वो दोषी पाया जाता है तो उसे फांसी चढ़ा दिया जाये. मनीष अपने वीडियो में कह रहा है कि पुलिस इस मामले में सिर्फ बेगुनाह लोगों को फंसा रही है.
दरभंगा की भीषण लूट और पुलिस की लीपापोती
गौरतलब है कि दरभंगा शहर के बड़ा बाजार में 9 दिसंबर को दिनदहाड़े भीषण लूट हुई थी. सोना-चांदी के बडे कारोबारी सुनील लाठ के प्रतिष्ठान में लूट की ये वारदात हुई धी, जिसमें 14 किलोग्राम सोना और कैश भी लूटा गया था. घटना सुबह करीब 10.30 बजे हुई थी. इसके तहत 6 हथियारबंद अपराधी करोड़ों रुपये का सोना लूट ले गए थे. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी सड़क पर फायरिंग करते हुए आराम से चलते बने थे.
घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने मामले को सुलझा लेने का दावा किया. दरभंगा के सीनियर एसपी बाबूराम ने प्रेस कांफ्रेंस कर लूट कांड में शामिल सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया. उन्होंने बताया कि ये सातों अपराधी दरभंगा के ही हैं जिनकी मदद से हाजीपुर के एक बडे लुटेरा गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाला सरगना हाजीपुर का मनीष सहनी है. पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की है लेकिन वह गिरफ्तार नहीं हो पाया.
एक ग्राम सोने की बरामदगी नहीं
दरभंगा में अब तक के सबसे बड़े लूटकांड को सुलझा लेने का दावा करने वाली पुलिस लूट के सोने का एक ग्राम भी बरामद नहीं कर पायी है. ना गिरफ्तार कथित अपराधियों के पास एक चवन्नी बरामद हुआ. पुलिस ने उनके पास से एक देशी कट्टा और दो गोली की बरामदगी दिखायी. जबकि लूट के दौरान सारे अपराधी आधुनिक पिस्टल से लैस होकर आये थे. वे उसी पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने एक कट्टा की बरामदगी दिखाकर लूट कांड के उदभेदन का दावा कर दिया.
दरभंगा के बीच बाजार में हुई इस घटना से लेकर उसके बाद के घटनाक्रम से पुलिस लगातार संदेह के घेरे में है. बीच बाजार में पुलिस नाके से कुछ ही दूरी पर ये घटना हुई थी. ताबड़तोड़ फायरिंग भी हुई लेकिन पुलिस कहीं नजर नहीं आयी. पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया उनसे कुछ बरामद ही नहीं हुआ. ये तब हुआ जब इस मामले की जांच पड़ताल के लिए पटना से खास टीम भेजी गयी थी. दरभंगा पुलिस ही नहीं बल्कि बिहार पुलिस की एसटीएफ भी मामले की जांच कर रही थी.
मनीष सहनी का सरेंडर
दरभंगा के एसएसपी ने हाजीपुर के मनीष सहनी को इस मामले का मुख्य आरोपी बताया था. पुलिस ने मनीष सहनी के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. पांच दिनों पहले उसकी पत्नी को पुलिस ने उठा लिया था. पत्नी को हिरासत में रख कर मनीष सहनी को काबू में लाने की कवायद की जा रही थी. लेकिन मनीष सहनी ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, पुलिस मुंह देखती रह गयी. दरभंगा पुलिस कह रही है कि मनीष सहनी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. लेकिन उससे पहले उसका वीडियो वायरल हो गया है.
ये अजूबा वाकया है जब मुख्य अभियुक्त ही सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. जाहिर है पुलिस की थ्योरी में झोल है. इस लूट कांड में अब तक लूट का कोई सामान बरामद नहीं होने से पुलिसिया कार्रवाई पर उठ रहे सवाल गहरा गये हैं.