PATNA: बिहार के दरभंगा में एम्स के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। दरभंगा में एम्स का निर्माण शोभन स्थित बायपास के पास स्थित प्रस्तावित जमीन पर ही होगा। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इसक मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर जल्द से जल्द भूमि को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। राज्यसभा सांसद संजय झा ने इसकी जानकारी दी है।
जेडीयू सांसद संजय झा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने प्रस्तावित जमीन पर ही एम्स के निर्माण के लिए सहमति दे दी है। उन्होंने लिखा, “हमें शेयर करते हुए खुशी है कि दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के निकट प्रस्तावित भूमि का सर्वेक्षण करने 18-19 मार्च 2024 को दरभंगा आई केंद्र सरकार की तकनीकी टीम ने अपनी रिपोर्ट में उक्त भूमि को एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त बताया है। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रस्तावित भूमि पर एम्स के निर्माण को मंजूरी दे दी है”।
उन्होंने आगे लिखा, “इस मंजूरी के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा डी तथा मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के प्रति अपनी ओर से तथा संपूर्ण मिथिलावासियों की ओर से कोटि-कोटि आभार प्रकट करता हूं। हमें विश्वास है, दरभंगा में एम्स का निर्माण अब जल्द शुरू होगा”।
जेडीयू के कार्यकारी अक्ष्यक्ष ने लिखा, “प्रस्तावित भूमि पर एम्स निर्माण की मंजूरी मिल जाने के बाद, राज्य सरकार अब जल्द ही संपूर्ण भूमि (150 एकड़ से अधिक) केंद्र को नि:शुल्क हस्तांतरित कर देगी। साथ ही, अपने संसाधनों से उक्त स्थल पर बिजली और पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करने तथा वहां तक फोर लेन कनेक्टिविटी देने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी”।
संजय कुमार झा ने आगे लिखा कि, “हमारा मानना है कि एम्स का निर्माण शहर की सीमा पर स्थित शोभन के पास होगा, तो दरभंगा शहर को एक नया विस्तार मिलेगा और नये क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा। इससे नये क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके साथ ही, राज्य सरकार दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) का भी पुनर्विकास करा रही है। वहां 2500 बेड का नया अस्पताल बनाने के लिए 2742.04 करोड़ की योजना पर काम चल रहा है। दोनों सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का निर्माण हो जाने पर दरभंगा केवल उत्तर बिहार के लिए ही नहीं, नेपाल तक के लिए भी एक बड़ा केंद्र बन जाएगा”।