PATNA : बिहार विधानसभा की कार्यवाही के बीच प्रदेशभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 5 सूत्रीय मांगों को लेकर सड़कों पर हैं। पटना के डाक बंगला चौराहा पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है। आज से पहले इतना उग्र प्रदर्शन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा नहीं किया गया था। प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पटना की सड़कों पर हल्ला बोल प्रदर्शन किया। उनकी संख्या देखकर पुलिस भी भौचक्की रह गई। पुलिस की टीम ने डाक बंगला चौराहा के पास बैरिकेड लगा रखा है। इसके बाद भी ये लोग रुकने को तैयार नहीं थी, जिससे बाद इनलोगों पर लाठीचार्ज की भी बातें कही जा रही है। हालांकि, प्रसाशन के तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
वहीं, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि - ये सरकार के गुंडे हैं। सरकार के कहे अनुसार हम लोगों पर लाठियां बरसा रहे हैं। महिला पुलिस धक्का-मुक्की कर रही है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि- अगर बिहार सरकार ने उनकी मांगों को नहीं पूरा किया तो वो नीतीश सरकार को गद्दी से उखाड़ फेंकेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की डिमांड है कि सरकार उनको राज्य कर्मी का दर्जा दे। उनका कहना है कि - 24 घंटे ड्यूटी करके भी उनको मात्र 1450 रुपए और 5900 रुपए मानदेय दिया जाता है। उनके मानदेय को बढ़ाकर 25 हजार रुपए तक किया जाए। अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार को आगामी चुनाव में सबक सिखाने की धमकी दी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार जो मानदेय देती है उसमें गुजर-बसर कर पाना मुश्किल है।
आपको बताते चलें कि, बीते कल यानी बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा गेट के बाहर अचानक से सैकड़ों की तादाद में आगनबाड़ी सेविका पहुंच गई धरना - प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिन्हें बाद में काफी जोर - जबरदस्ती कर वहां से हटाया जा रहा है। इतना ही नहीं इनलोगों पर वाटर केनन उपयोग किया गया उसके बाद ये लोग डाकबंगला आकर हंगामा करना शुरू कर दिया।