दाखिल खारिज के नाम पर राजस्व कर्मचारी का बेटा ले रहा घूस, वीडियो वायरल होने के बाद आवास पर हुई छापेमारी; मचा हड़कप

  दाखिल खारिज के नाम पर राजस्व कर्मचारी का बेटा ले रहा घूस, वीडियो वायरल होने के बाद आवास पर हुई छापेमारी; मचा हड़कप

KAIMUR : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब भी जनता दरबार लगाते हैं तो सबसे अधिक किसी चीज की शिकायत करने को मिलती है तो वह होता है जमीन से जुड़ा हुआ मामला। इस मामले में सुधार को लेकर काफी निर्देश भी देते हैं लेकिन इसके बावजूद भू राजस्व विभाग पदाधिकारियों में आए दिन घूसखोरी की खबरें निकलकर सामने आती रहती है। अबे ताजा मामला कैमूर से निकलकर सामने आया है जहां दाखिल खारिज करवाने के नाम पर घुस लिए जा रहे थे।


दरअसल, कैमूर जिले में जमीन के दाखिल खारिज में घूसखोरी चरम सीमा पर है। यहां जानबूझकर कर लोगों से पैसे ऐंठने के लिए उनके कामों को लटकार रहने की शिकायतें निकल कर सामने आती रहती है। हालांकि, जिले के डीएम के तरफ से घूसखोरी पर नियंत्रण को लेकर लगातार एक्शन भी लिया जा रहा है। इसके बाबजूद राजस्व कर्मचारी घुस लेने से बाज नहीं आ रहे। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला चैनपुर के मदूरना पंचायत से निकल कर सामने आ रहा है। जहां दाखिल खारिज के एवज में ₹15000 घूस लेते हुए एक राजस्व कर्मचारी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। 


मिली जानकारी के अनुसार, चैनपुर अंचल के मदूरना पंचायत के राजस्व कर्मचारी वकील राय के पुत्र का दाखिल खारिज करने को लेकर 15000 रुपए घूस लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि राजस्व कर्मचारी का पुत्र राजस्व कर्मचारी के कार्यालय में पैसा ले रहा है। पहले ₹5000 उसे दाखिल खारिज में दिया गया तो और पैसे का डिमांड किया तो फिर उसे ₹10000 दिया गया। वीडियो में वह पैसा गिनते हुई नजर आ रहा है। जिसके बाद वह आश्वासन देता है कि अब काम हो जाएगा। हालांकि, इस वीडियो के सटीकता की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है। 


मालूम हो कि, इस वीडियो में नजर आ रहे राजस्व कर्मचारी का तबादला डेढ़ महीने भभुआ अंचल में कर दिया गया है । पैसा ले रहा व्यक्ति मदूरना पंचायत के राजस्व कर्मचारी वकील राय का पुत्र बताया जा रहा। लोगों की बातों को माने तो राजस्व कर्मचारी के जगह पर उनका पुत्र ही सारे सरकारी कागजातों की देखरेख और दाखिल खारिज संबंधित काम करता है। बुधवार की रात में उनके आवास पर छापेमारी की गई। हालांकि छापेमारी के दौरान पिता-पुत्र दोनों घर पर नहीं थे और न ही कोई कागजात या सामान बरामद हुआ।


इधर, इस मामले को लेकर चैनपुर अंचलाधिकारी पुरेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि, एक वीडियो को हम लोगों ने देखा है जिसमें राजस्व कर्मचारी वकील राय जो पहले मदूरना पंचायत के थे उनके पुत्र का पैसा लेते देखा गया है। वकील राय का पिछले डेढ़ माह पहले भभुआ अंचल में तबादला कर दिया गया है। वीडियो देखने के बाद भभुआ अंचलाधिकारी को पत्र लिखकर विधि समाप्त कार्रवाई करने का हमने निवेदन किया है। अपने स्तर से भी जांच किया जा रहा है कि यह वीडियो कब का है। जांच के बाद जो भी रिपोर्ट आएगा उसपर  कार्रवाई होगी।हमारे यहां लिखित या मौखिक किसी ने शिकायत नहीं दिया है। इसको लेकर वरीय अधिकारी को सूचना दे दिया गया है।