‘हैलो, मैं पुलिस से बोल रहा हूं.. आपका बेटे रेप केस में..’ साइबर ठगों का नया पैंतरा, लोगों को ऐसे बना रहे ठगी का शिकार

‘हैलो, मैं पुलिस से बोल रहा हूं.. आपका बेटे रेप केस में..’ साइबर ठगों का नया पैंतरा, लोगों को ऐसे बना रहे ठगी का शिकार

MUNGER: बिहार में साइबर अपराधियों का जाल फैलता ही जा रहा है। साइबर अपराधी लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाने के लिए हर दिए नए-नए पैतरे आजामा रहे हैं। साइबर अपराधी लोगों को फोन कर कह रहे हैं कि, वे पुलिस से बोल रहे हैं उनका बेटा रेप केस में फंस गया है और केस से नाम हटवाने के लिए रुपए भेजो। इस तरह के पैंतरे इस्तेमाल कर साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मुंगेर से सामने आया है।


दरअसल, साइबर ठग अब भोले भाले लोगों को ठगने के लिए नया नया तरीका अपना रहें है। जिसका शिकार मुंगेर में कासिम बाजार थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी राजेश कुमार सिन्हा हो गये हैं। पीड़ित राजेश सिन्हा का बेटा मध्यप्रदेश के एलएनसीटी इंजीनियरिंग कॉलेज में बी-टेक कर रहा है। बीचे 25 अप्रैल को उनके मोबाइल पर 9232073306 नंबर से फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि मैं भोपाल पुलिस बोल रहा हूं। आपके बेटे को रेप केस में गिरफ्तार किया गया है।


साइबर ठक ने कहा कि अगर बेटे को बचाना है तो पांच मिनट के अंदर ऑनलाइन 75 हजार रूपये भेजो। इस दौरान फोन करने वाले ने उसे एकाउंट डिटेल भी भेजा। इस बीच उसने अपने बेटे को फोन किया तो उसका फोन स्वीच ऑफ आया। जिसके बाद उसने 75 हजार रूपये किसी सितेश कुमार नाम के फोन-पे पर भेज दिया। पैसे भेजने के कुछ देर बाद ही उसके बेटे का फोन आया। उसने बताया कि वह क्लास में था, जिसके कारण उसका फोन बंद था। जिसके बाद उनके द्वारा 1930 एनसीआरपी पर कॉल कर शिकायत दर्ज करायी गयी।


वहीं इसके बाद 11 जून को उनके मोबाइल पर साइबर थाना पटना से फोन आया। जिसमें बताया गया कि आपका 35 हजार रूपये होल्ड पर है। अपने नजदीकी साइबर थाना में जाकर प्राथमिकी दर्ज करा दें। जिसके बाद उनके द्वारा मुंगेर साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। इस मामले में मुंगेर साइबर थाना प्रभारी प्रभात रंजन ने बताया कि पीड़ित द्वारा आवेदन दिया गया है। उनका 35 हजार रूपये होल्ड पर है।


साइबर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा किसी भी मामले को लेकर पैसे नहीं मांगे जाते हैं। यदि इस प्रकार का फोन आता है तो नजदीकी थाना या साइबर थाना को इसकी सूचना दें, पुलिस द्वारा पूरी मदद की जायेगी।