Bihar Election 2025 : JDU की सोशल इंजीनियरिंग, लव -कुश और धानुक को 23 सीट, युवाओं को भी जमकर मिला मौका Bihar Election 2025: फर्स्ट बिहार के कॉन्क्लेव में सम्राट चौधरी ने किया था खुलासा, लड़ेंगे विधानसभा चुनाव; आज करेंगे नामांकन Bihar Election 2025: मोकामा की रण में उतरे एक और बाहुबली, पत्नी आज करेंगी नामांकन; आधी रात में तेजस्वी से मिला सिंबल Bihar Weather: राज्य के तापमान में लगातार गिरावट, कई जिलों में दिखने लगा ठंड का प्रभाव Artificial Paneer: पनीर के चक्कर में न खाये जहर! जाने नकली पनीर से कैसे बचें Bihar Election 2025: जिंदा बाद, जिंदा बाद...आज से शुरु होगा भोंपू का शोर, CM नीतीश करेंगे चुनाव प्रचार का शंखनाद Patna News: 2 दिनों के लिए पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में हुआ बदलाव, इन मार्गों पर नहीं चलेंगे वाहन Diwali Stock: दिवाली पर इन 5 शेयरों में करें निवेश, एक साल में हो सकती है जबरदस्त कमाई! BIHAR ELECTION: उपेंद्र कुशवाहा को मिलेगी एक विधान परिषद की भी सीट मिलेगी, बीजेपी का ऐलान Bihar Election 2025: मोकामा की राजनीति में दिखेगा नया रंग,दो बाहुबलियों की लड़ाई में किसे चुनेगी जनता; तेजस्वी से मिलने पहुंचे सुरजभान सिंह
1st Bihar Published by: Updated Fri, 08 Jan 2021 03:21:27 PM IST
- फ़ोटो
DESK : कोरोना वैक्सीन लेने के 16 दिन बाद एक डॉक्टर की मौत हो गई. जिसके बाद उनकी पत्नी ने अपनी पति की मौत के लिए कोरोना वैक्सीन फाइजर को जिम्मेदार ठहराया है.
पूरा मामला अमेरिका के मियामी का है. जहां के रहने वाले डॉक्टर ग्रेगरी माइकल ने 18 दिसंबर को फाइजर वैक्सीन लगवाई थी और इसके ठीक 16 दिन बाद उनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद उनकी पत्नी हेइदी नेकेलमान ने दावा किया कि उनके पति वैक्सीन लगवाने के पहले पूरी तरह स्वस्थ थे और फीट थे. टीका लगाने के पहले उन्हें कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन वैक्सीनेशन के बाद खून में रहस्यमयी गड़बड़ी आ गई.
मीडिया से बात करते हुए हेइदी ने बताया कि 'मेरे पति की मौत का सीधा संबंध फाइजर वैक्सीन से है, क्योंकि इसे लगाने से पहले उनकी हर तरह की जांच की गई थी और उनको कोई बीमारी नहीं थी.डॉक्टरों ने कैंसर की भी जांच की थी और उनके अंदर कुछ भी गलत नहीं पाया गया था.' उनके पति रेगुलर एक्सरसाइज करते थे और स्मोकिंग भी नहीं करते थे.
डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की मौत के बाद फाइजर कंपनी की तरफ से सफाई दी गई है. कंपनी की तरफ से कहा गया कि हमें डॉक्टर ग्रेगरी के मौत की जानकारी है और इसकी जांच कर रहे हैं. लेकिन हम यह नहीं मानते कि डॉक्टर ग्रेगरी की मौत का सीधा संबंध फाइजर वैक्सीन से है. वहीं मृत डॉक्टर की पत्नी का कहना है कि टीका लगाने के बाद उसका कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा था. लेकिर तीन दिन बाद उनके हाथ और पैर पर लाल चकत्ते दिखने लगे थे. जांच के बाद पता चला कि उनका प्लेटलेट्स काफी गिर गया है और यह जीरो पहुंच गया था. इसे छोड़कर सारी जांच रिपोर्ट नॉर्मल थी. इसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया जहां लगातार प्लेटलेस्ट की कमी के कारण उनके सिर में रक्तस्रावी स्ट्रोक हुआ और कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई.