DARBHANGA : देश में जारी कोरोना के कहर के बीच सरकार यह लागातार अपील कर रही है कि कोरना संक्रमित शख्स या फिर संदिग्थ शख्स भी खुद को अलग रखें, इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें और संक्रमण की चेन को बढ़ने से रोकें. लेकिन इसके ठीक उलटा एक मामला दरभंगा से सामने आया है. एक कोरोना संक्रमित शख्स अपने चार दोस्तों के साथ कोलकाता के हावड़ा से भागकर दरभंगा पहुंच गया.जिससे गांव व आसपास के इलाके में अफरातफरी मच गई.
हालांकि, सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचकर संक्रमित मरीज को डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड भेजते हुए, अन्य चार लोगो को बिरौल में बने प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में रखा है. वहीं उन चारों की भी कोरोना जांच चकी जा रही है, जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति, चार अन्य लोगों के साथ अपने निजी वाहन से हावड़ा शहर से चलकर बिरौल पहुंचा गया. जब इस बात की जानकारी बिरौल थाना को चली तो, उन्होंने तत्काल उनलोगो को पकड़ते हुए प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेन्टर में रखते हुए इनलोगों की छानबीन शुरू कर दी. जिसमे पता चला कि उन पांच व्यक्ति में से एक व्यक्ति हावड़ा के एक अस्पताल में कोरोना पॉजीटिव पाया गया था और वह दरभंगा और समस्तीपुर के 11 लोग के मिले पास में शामिल होकर निजी वाहन से पश्चिम बंगाल के हावड़ा से पहले समस्तीपुर पहुंचा. फिर वहां से बिरौल पहुंचा था.
इस बारे में दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने कहा कि बिरौल पहुंचते ही सभी को क्वारंटाइन सेन्टर पर रखा गया है. उन पांच लोगो में से एक लोगों की कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई. जिसके बाद उन्हें तुरंत अलग करते हुए डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में रख दिया गया है. इन लोगों को अपने गांव में जाने नहीं दिया गया है.इस कारण पूरे गांव को सील करने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन इन पांचो की पुनः जाँच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.