कोरोना पर नीतीश सरकार का जागरूकता अभियान शुरू, CM कर रहे पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद

कोरोना पर नीतीश सरकार का जागरूकता अभियान शुरू, CM कर रहे पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद

PATNA: सीएम नीतीश कुमार आज राज्य के सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नीतीश कुमार जनप्रतिनिधियों से जुड़े हुए हैं. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हर जिले के 2-2 क्वॉरेंटाइन सेंटर को देखा. कैसे रहे हैं. खाने, रहने और शौचालय की व्यवस्था तक का जायजा लिया गया. 

सीएम ने कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू को लेकर मीटिंग में बैठे हुए थे. बैठक में तय हुआ कि 23 मार्च से 31 मार्च तक प्रखंड मुख्यालय तक लॉकडाउन लागू किया जाएगा. 24 की शाम को पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैस,3 मई, 31 मई तक बढ़ाया गया है. जो कानून था उसके तहत गाइड लाइन जारी किया गया है. 

लॉकडाउन को लेकर बिहार के लोगों में जागरूकता था. इसको लेकर जनप्रतिनिधि लोगों को जागरूक कर रहे थे. इसको लेकर आपलोगों को हम बधाई देते हैं. लोगों को कहा गया कि मास्क पहनिए. 16 मार्च को विधानसभा में मार्च को लेकर चर्चा हुई. उस समय कहा गया कि बीमार और इलाज करने वालों को ही मास्क पहनना जरूरी है. लेकिन बाद में पता चला कि मास्क पहनना बहुत जरूरी है. उस समय तो मास्क भी नहीं बनता था. जिविका दीदी को बनाने का जिम्मा दिया गया. कई क्वॉरेटाइन सेंटर में भी मास्क बन रहा है. 

मास्क पहनना जरूरी

सीएम ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में उनको रखा गया है तो कोरोना के रेड जोन से आए है. बाकी जगहों से आए लोगों को होम क्वॉरेंटाइन की सलाह दी जा रही है. जांच भी हो रहा है. होम क्वॉरेंटाइन के लिए पल्स पोलियो अभियान के जैसे निरंतर जांच किया जा रहा है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में जांच करने के दौरान भी कोरोना पॉजिटिव निकल जा रहे हैं.

बिना लक्षण के भी मिल रहे पॉजिटिव

सीएम ने कहा कि बिना लक्षण के भी कोरोना पॉजिटिव मिल जा रहे हैं. ऐसे लोगों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. क्योंकि 16 जून के बाद तो अब क्वॉरेंटाइन सेंटर को बंद किया जाएगा. लॉकडाउन में फंसे लोगों का कॉल आ रहा था. 

आने के लिए आ रहा था कॉल

सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के बीच बिहार आने के लिए लोगों का कॉल आ रहा था. जिसके बाद पीएम मोदी के साथ बैठक हुई है तो हमने यह बात रखी की बस और ट्रेन ये लोगों आने दिया जाए. जिसके बाद लोगों को आने का सिलसिला शुरू हुआ. सीएम राहत कोष से हमने एक-एक हजार रुपए दिया गया. 20 लाख लोगों को मदद दी गई. जो पटना आ गए उनको भी मदद दिया गया. एक दो दिन और लोग आने वाले हैं. जो खराब स्थिति में रहने वाले थे उनको क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया. 

जल्द ही आइसोलेशन वार्ड में बेडों की संख्या 40 हजार होगी

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि 10 हजार कोरोना टेस्ट का लक्षय हमलोग पूरा करेंगे. अभी संक्रमित लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. कुल बेडों की संख्या साढे 21 हजार बेड है. इसको बढ़ाकर 40 हजार किया जा रहा है. सबसे फोकस संक्रमण रोकने को लेकर हैं. इसको लेकर दो गज की दूरी बनाकर रहना है. पूरी दुनिया में मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है. मास्क रोकथाम में कारगर है.