कोरोना को लेकर गाइडलाइन जारी : नहीं किया है टीका का डोज पूरा, तो नए साल से हवाई यात्रा पर लग जाएगा रोक

कोरोना को लेकर गाइडलाइन जारी :  नहीं किया है टीका का डोज पूरा, तो नए साल से हवाई यात्रा पर लग जाएगा रोक

PATNA : दुनिया में एक बार फिर से कोरोना का कहर बढ़ रहा है। चीन, अमेरिका और जापान में लोगों की जान वापस से कोरोना की वजह से जाने लगी है। जिसके बाद इसको लेकर भारत भी अलर्ट मोड़ पर आ गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसको लेकर आज सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक बुलाई गई है। वहीं, इस बीच जो ताजा जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक नए साल में कुछ चीज़ों पर पाबंदिया लग सकती है। हालांकि, यह रुकावट सभी लोगों पर मान्य नहीं होगा। 


दरअसल, भारत में अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के जरिए तेजी से कोरोना का प्रसार होता है।  इसी को ध्यान में रखते हुए जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक नए साल यानी जनवरी 2023 से विदेश का सफर करने वाले यात्री या अपने ही देश में हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए कोरोना टीका सभी डोज पूरा होना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना इसके हवाई यात्रा की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी। 


केंद्र सरकार ने इस संबंध में 22 दिसंबर को आदेश भी जारी कर दिया है। फ्लाइट से विदेश यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को अपने देश में कोविड-19 के फुल वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र साथ रखना होगा। पूरी तरह से टीकाकृत लोगों को ही विमान से बिहार आने की अनुमति दी जाएगी। केंद्र सरकार की गाइडलाइन में यह साफ है कि, अगर किसी भी विदेश से आने वाले यात्री में यात्रा के दौरान कोविड-19 के लक्षण दिखाई दिए तो ऐसे यात्री को मानक प्रोटोकॉल के अनुसार अलग कर दिया जाएगा। कोरोना की पुष्टि हुई तो ऐसे यात्री को पूरी तरह से आइसोलेट कर दिया जाएगा।


वहीं, बात करें अपने राज्य बिहार की तो यहां भी राजधानी पटना को पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रखा जा रहा है, क्योंकि यहां बाहर से आने वालों की संख्या काफी अधिक है। कोरोना की जांच को लेकर पटना जंक्शन से लेकर पटना एयरपोर्ट पर टीम लगा दी गई है। यहां नेपाल और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि यदि मामला बढ़ा तो बस स्टैंड पर भी जांच की जाएगी। इसके साथ ही बिआहारत स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य, अधीक्षक और सभी जिला के सिविल सर्जन के साथ वर्चुअल बैठक कर कोरोना मरीजों के इलाज, दवा और जांच के व्यवस्था के बारे में जानकारी ली है और अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।