DELHI: बिहार में जातीय गणना के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद अलग-अलग राज्यों में जातीय गणना कराने की मांग उठने लगी है। इसी बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बड़ा एलान कर दिया है। सोमवार को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद राहुल गांधी ने ऐलान किया कि देश के सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जातीय गणना कराई जाएगी।
सोमवार को हुई CWC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत पार्टी के कई नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। मीटिग के बाद राहुल गांधी ने बताया कि सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में सर्वसम्मित से जातीय गणना पर सहमति बनी है।
राहुल गांधी ने बताया कि जातीय गणना को लेकर पार्टी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में आगे बढ़ेगी और इसको लेकर बीजेपी पर भी दवाब बनाया जाएगा। 'इंडिया' गठबंधन में शामिल ज्यादातर दल जातिगत गणना के पक्ष में हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के चार में से तीन मुख्यमंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से आते हैं जबकि बीजेपी के 10 में से सिर्फ एक ही सीएम ओबीसी से हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि जातिगत गणना से यह साफ हो जाएगा कि किस राज्य में लोगों की संख्या कितनी है और उनके पास कितना धन है। वहीं पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान के बाद राहुल गांधी ने दावा किया है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार फिर से आ रही है। मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार जा रही है और तेलंगाना में भी उनकी (भारत राष्ट्र समिति) सरकार जा रही है।