RANCHI: बड़कागांव से कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद और उनके मां और पिता भी कई बार विधायक और झारखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं. लेकिन आज भी अंबा प्रसाद के घर में मिट्टी के चूल्हे पर ही खाना बनता हैं. यही नहीं उनके घर में आज भी लालटेन जलता है. खुद मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाते हुए अंबा अपनी दादी के साथ दिख रही हैं. अंबा नए साल के मौके पर अपने कार्यकर्ताओं को खाना खुद बनाकर खिलाई.
फोटो सोशल मीडिया में वायरल
अंबा ने खाना बनाने का फोटो खुद सोशल मीडिया में शेयर किया है. इस दौरान लिखा है कि ‘’ आप सभी मेरे दादा दादी,चाचा चाची,और मेरे छोटे बड़े भाई बहन एवं मेरे दोस्तों तथा साथियों तथा माता-पिता स्वरूप आप सभी लोगों को नए साल की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. ये साल आपके और आपके परिवार के लिए अपार खुशियां लेकर आए.’’ अंबा प्रसाद झारखंड के सबसे कम उम्र की महिला विधायक हैं. जीत के बाद से वह चर्चा में बनी हुई हैं.
मां-पिता पर कई केस, जेल में हैं बंद
अंबा प्रसाद विधायक बनने से पहले वह वकालत करती थी. हजारीबाग कोर्ट में अंबा ने पिता योगेंद्र साहू और मां निर्मला देवी के कई केसों को खुद लड़ रही हैं. अंबा के पिता योगेंद्र साहू 2009 में कांग्रेस के टिकट पर बड़कागांव से चुनाव जीते थे. योगेंद्र पर 24 से अधिक केस दर्ज है. जिसमें रंगदारी, हत्या समेत कई गंभीर आरोप है. जिसके कारण उनको जेल जाना पड़ा. मां निर्मला 2014 में चुनाव में खड़ी हुई और विधायक बनी. निर्मला पर भी केस दर्ज है. जिसके बाद दोनों को जेल हो गया. फिर अंबा यहां से चुनाव लड़ी और जीती.
पहली बार में ही दिग्गजों को हराया
अंबा पहली बार में ही बीजेपी के कई बार विधायक रह चुके लोकनाथ महतो और आजसू से कई बार चुनाव लड़ चुके रौशन लाल चौधरी को हराया हैं. इन दोनों प्रत्याशियों का अंबा के पिता और मां से भी चुनावी मैदान में मुकाबला हो चुका हैं. योगेंद्र हेमंत सोरेन की सरकार में कृषि मंत्री भी रह चुके हैं. बता दें कि विधानसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है. जिसमें अंबा प्रसाद भी एक हैं.