समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
1st Bihar Published by: PANKAJ KUMAR Updated Sat, 02 Nov 2019 03:08:00 PM IST
GAYA: कोंच बीडीओ राजीव रंजन की सुसाइड के बाद उनकी पत्नी सोनम कुमारी ने गया डीएम पर गंभीर आरोप लगाया था. जिसके बाद आज गया डीएम ने इस मामले पर सफाई दी है. डीएम ने कहा कि कोई काम का दबाव नहीं दिया गया था और न ही प्रपत्र क गठित किया गया था.
डीएम ने कहा-कर्मठ थे
गया डीएम अभिषेक सिंह ने कहा कि राजीव कर्मठ और यंग ऑफिसर थे और उनके विरुद्ध कोई भी प्रपत्र क गठित नहीं किया गया था और न ही विभागीय कार्रवाई चलाई गई थी. इस तरह का कोई भी कुछ बोलता है तो पूर्ण तरह से निराधार है. प्रशासनिक दबाव की जो बात आ रही है वह भी पूर्ण रूप से निराधार है. उनसे कभी भी अतिरिक्त काम नहीं दिया गया था और न ही कोई विशेष विजिट रखा गया था. यह भी सुसाइड नोट से स्पष्ट है कि इनको प्रताड़ित नहीं किया गया था.
सुसाइड से हम सब दुखी है
डीएम ने कहा कि घटनाक्रम से हम सब काफी दुखी है. हमलोग जो काम करते है सभी एक परिवार की तरह करते है. अगर कोई सदस्य हमसे दूर गया है तो उतना दुःख हमको भी है जितना दूसरे को है. हमलोग इस समय चाहते है की जो भी जांच की कार्रवाई हो रही है वह जल्द पूरी हो और उसमें जो भी सचाई है सामने आए.
जिला प्रशासन ने दिखाया था सुसाइड नोट
BDO के पत्नी के आरोप लगाए जाने पर कहा की इस विषय में हमको कुछ नहीं बोलना है. जो भी चीजें है जांच में बाहर आ जाएगी और जो भी आरोप है वह निराधार है. सुसाइड नोट पर कहा की मेरे पास नहीं है मगर जिला प्रशासन ने उनको दिया है और उसको सार्वजनिक भी किया गया है. वेतन भुगतान पर रोक लगाने पर कहा की सिर्फ उनके वेतन पर रोक नहीं लगाया गया था. DTO और पांच ब्लॉक के पर रोक लगाया गया था जो चुनाव के समय पर जो गाड़ियां लिया गया था उसका भुगतान नहीं हुआ था. बता दें कि कोंच बीडीओ राजीव रंजन ने गया में छत से कूदकर चार दिन पहले सुसाइड कर ली थी. घटनास्थल से सुसाइड नोट, पर्स और मोबाइल मिला था.