PATNA: राजधानी पटना में जल जमाव को लेकर फजीहत झेल रही नीतीश सरकार एक्शन मोड में है. सीएम की अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान भीषण जल जमाव के दोषी कुल ग्यारह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया गया है. इन अधिकारियों में बुडको के एक इंजीनियर पर गाज गिरी है जबकि एक चीफ इंजीनियर, दो सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर और 6 एक्जक्यूटिव इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया गया है. वहीं नगर निगम के 22 कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन लेने का फैसला लिया गया है. सीएम की नगर विकास विभाग के मंत्री और अधिकारियों के साथ चार घंटे चली इस बैठक में विभाग के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन लेने का फैसला लिया गया है. बैठक के बाद जानकारी देते हुए चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि राजधानी में जल जमाव के लिए कुछ अधिकारियों को चिह्नित किया गया है और कुछ अधिकारियों को चिह्नित किया जा रहा है और इन सारे दोषी अधिकारियों के खिलाफ सरकार कड़ा एक्शन लेगी.
दीपक कुमार ने बताया कि बैठक के दौरान कुछ शॉर्ट टर्म तो कुछ लॉंग टर्म योजनाएं बनायी गयी हैं. उन्होंने कहा कि बारिश के अगले सीजन से पहले शहर के सारे ड्रेनेज सिस्टम से अतिक्रमण हटाया जाएगा और इस काम को दो महीन के भीतर पूरा किया जाएगा. मुख्य सचिव ने कहा कि राजधानी के नालों की जांच कराई जाएगी कि आखिर उन नालो की कितनी सफाई की गई है और उसकी कितनी सफाई और की जानी है.
दीपक कुमार ने कहा कि शहर में सड़क बनाए जाने केबल बिछाए जाने संबंधित किसी भी काम से पहले काम कराने वाली एजेंसी को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होगा तभी इस तरह का काम कराया जा सकेगा. उन्होंने जानकारी दी की राजधानी में जल जमाव को रोकने के लिए 14 जगहों पर नई पंपिंग स्टेशन लगाए जाएंगे साथ ही कुछ पुराने तो कुछ नई जगहों पर भी पंपिंग स्टेशन लगाए जाएंगे. मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि राज्य सरकार ने 100 से ज्यादा डी वाटरिंग पंप की खरीदारी करने का भी फैसला लिया है.