PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने की सिफारिश के बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को दिया है. शुक्रवार शाम को राज्यपाल से मिलकर उन्होंने त्यागपत्र सौंप दिया है हालांकि राज्यपाल फागू चौहान ने नई सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर काम करते रहने को कहा है.
शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे और उन्हें अपना त्यागपत्र सौंपा. इस दौरान बिहार में नई सरकार के गतहन को लेकर भी दोनों की बीच बातचीत हुई.
आपको बता दें कि शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 16वीं विधानसभा को भंग करने की सिफारिश करने के लिए गए फैसले के तुरंत बाद राजभवन जाकर राज्यपाल फागू चौहान को मुख्यमंत्री पद से नीतीश ने इस्तीफे का पत्र सौंप दिया.
कैबिनेट की बैठक में नीतीश नीतीश कुमार ने सभी मंत्रियों को धन्यवाद दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान आपलोगों ने अच्छा काम किया. आपके कामों को याद रखा जाएगा. कैबिनेट की अंतिम बैठक नीतीश कुमार ने मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ की.
इससे पहले आज मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर एनडीए के चारों घटक दल भारतीय जनता पार्टी, विकासशील इंसान पार्टी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेताओं के साथ बैठक हुई, जिसमें 15 नवंबर को दोपहर साढ़े 12 बजे एनडीए के विधानमंडल दल की बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया. माना जा रहा है कि इसी बैठक में मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगेगी और सरकार की रूपरेखा तय की जाएगी.
बिहार चुनाव में यहां की जनता ने एक बार फिर से एनडीए सरकार को मौका दिया है. माना जा रहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर से एनडीए सरकार बनाने जा रही है. इस नई सरकार में दो नई पार्टियां हम और वीआईपी भी शामिल हैं. बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 74, जेडीयू को 43, हम को 4, वीआईपी को 4 सीटें मिली हैं. इसके आलावा चकाई सीट से विजयी निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने भी समर्थन किया है.