PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लोक संवाद कार्यक्रम में पहुंचकर भूमि विवाद के मुद्दे पर महत्वपूर्ण सुझाव देने वाले बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सुबोध कुमार ने अब भूमि विवाद निराकरण पर किताब लिख डाली है। शेखपुरा के एसडीओ रहते मुख्यमंत्री के लोकसंवाद कार्यक्रम में जब सुबोध कुमार पहुंचे थे तब किसी को यह मालूम नहीं था कि वह बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। मुख्यमंत्री ने जब वह उनसे परिचय पूछा तब उन्होंने इसकी जानकारी दी कि वह शेखपुरा के एसडीओ हैं।
मुख्यमंत्री को भूमि विवाद खत्म करने के लिए सुबोध कुमार ने जब सुझाव दिया तो तत्काल नीतीश कुमार ने उन्हें राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में ओएसडी के पद पर तैनात कर दिया। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में काम करते हुए सुबोध कुमार ने एक किताब लिख डाली। सुबोध कुमार की किताब का नाम 'भूमि विवाद निराकरण चैलेंज' है और अब उन्होंने इसके प्रकाशन के लिए सरकार से अनुमति मांगी है।
सुबोध कुमार ने इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा है। उन्होंने पुस्तक के प्रकाशन के लिए अनुमति मांगते हुए कहा है कि उन्होंने एक सरकारी अधिकारी की हैसियत से नहीं बल्कि एक आम जागरूक नागरिक की हैसियत से इस पुस्तक को लिखा है। साथ ही साथ इस पुस्तक में व्यक्त सारे विचार सुझाव को उन्होंने निजी बताया है। उन्होंने कहा है कि कार्यानुभव मैंने जो महसूस किया है उसे जनसाधारण के बीच क्षणिक विमर्श के लिए पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत कर रहा हूं, इसलिए इसके प्रकाशन की अनुमति दी जाए। उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है।