1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 25 Dec 2025 03:25:24 PM IST
सिगरेट पीने वाले हो जाएं सावधान - फ़ोटो REPORTER
MUNGER: यदि आप भी सिगरेट पीते हैं, तो सावधान हो जाइए। क्योंकि मार्केट में नकली सिगरेट आ गया है, जिसकी पहचान किये बगैर लोग सेवन करते हैं और काल के गाल में समा जाते हैं। ताजा मामला बिहार के मुंगेर जिले का है, जहां की पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है।
पटना में नकली शराब फैक्ट्री के उद्भेदन के बाद अब मुंगेर जिले में नकली सिगरेट बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया गया है। वही मुंगेर पुलिस और एसटीएफ ने मिनीगन फैक्ट्री का भी खुलासा किया है। एक के बाद एक कार्रवाई में मुंगेर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
सबसे पहले बात नकली सिगरेट बनाने की फैक्ट्री की करते हैं। मुंगेर पुलिस ने वासुदेवपुर थाना क्षेत्र के नयागांव में छापेमारी कर नकली सिगरेट बनाने के कारखाना का उद्भेदन किया है। वहां से पुलिस ने नकली सिगरेट बनाने के कई उपकरण और नकली सिगरेट बरामद किया है। पुलिस ने मौके से 4 देसी पिस्टल और 85 लाख कैश बरामद किया है। इस दौरान दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। मुंगेर एसपी ने इस बात की जानकारी दी।
वही मुंगेर पुलिस की दूसरी कार्रवाई तारापुर दियारा इलाके में हुई। जहां मुंगेर पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन किया। पुलिस ने मौके से 3 हथियार बनाने वाले कारीगर, 2 निर्मित पिस्टल, एक अर्द्धनिर्मित पिस्टल, चार जिंदा कारतूस एवं अवैध आग्नेयास्त्र एवं हथियार बनाने के उपकरण के साथ एसटीएफ और जिला पुलिस ने दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों 8 दिसंबर को भी मुंगेर में नकली सिगरेट बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ था। जहां भारी मात्रा में गोल्ड फ्लैक, कैपिस्टन और विल्स जैसे नामी ब्रांडों के नकली सिगरेट बनाया जाता था। जिसे बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने छापेमारी कर लाखों रुपए मूल्य का नकली सिगरेट बरामद किया था। वही मौके से एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था। जबकि मुख्य आरोपी मोहम्मद हयात खां पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।
मुंगेर पुलिस ने सोमवार 8 दिसंबर की रात पूरबसराय थाना क्षेत्र के काली तजिया वार्ड संख्या 24 में स्थित हयात खां के घर पर छापेमारी कर पांच वर्षों से चल रही नकली सिगरेट फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। आरोपी ने अपने घर को ही मिनी सिगरेट फैक्ट्री में बदल रखा था, जहां बड़े स्तर पर सिगरेट तैयार करने, पैकिंग करने और शहर एवं ग्रामीण इलाकों में सप्लाई करने का पूरा नेटवर्क चलता था। आई०टी०सी० कंपनी को जब मुंगेर कनेक्शन की भनक लगी, तो कंपनी के लीगल मैनेजर शिवा ने विभिन्न जिलों से सैंपल इकट्ठा कर जांच कराई।
लैब रिपोर्ट में सामने आया कि बाजार में बिक रही बड़ी संख्या में सिगरेट नकली हैं और इनका कनेक्शन मुंगेर से जुड़ा है। पूरी जानकारी एसपी सैयद इमरान मसूद को दी गई, जिसके बाद गुप्त निगरानी शुरू हुई। सदर एस०डी०पी०ओ० अभिषेक आनंद, प्रशिक्षु डी०एस०पी० अभिषेक चौबे और मिथिलेश तिवारी सहित कई थानों की संयुक्त टीम ने मो० हयात खां के घर पर छापेमारी की थी। छापेमारी की भनक लगते ही हयात खां फरार हो गया था। उसकी पत्नी ने पूछताछ में बताया कि उसने आशंका के चलते भारी मात्रा में माल और मशीनें पड़ोस के घर में शिफ्ट कर दी थीं।
इसके बाद पुलिस ने उस घर पर भी छापा मारा, जहां से 3 लाख 12 हजार पीस छोटा गोल्ड फ्लैक,10 हजार पीस बड़ा गोल्ड फ्लैक ,सिगरेट का कवर , नकली स्टीकर , नकली आईटीसी लिमिटेड का 11 हजार 600 पिक। सीलिंग मशीन,पैकिंग मशीन और पैकिंग सामग्री बरामद किया गया था।। कंपनी के अधिकारियों ने उस वक्त जब्त सामग्री की कीमत 40 से 50 लाख रुपये के बीच बताया था। 8 दिसंबर को मुंगेर पुलिस की कार्रवाई के बावजूद नकली शराब बनाने वाले अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। आज फिर नकली सिगरेट बनाने की फैक्ट्री का पुलिस ने खुलासा किया है। वही मिनी गन फैक्ट्री का भी उद्भेदन पुलिस ने मुंगेर में किया है जिसे पुलिस बड़ी सफलता मान रही है।
जांच में यह भी सामने आया कि हयात खां दुकानदारों को प्रति पैकेट सिर्फ 30–35 रुपये में माल सप्लाई करता था और एक ही ब्रांड के चार अलग-अलग वर्जन तैयार करता था ताकि पहचान न हो सके। पुलिस मामले की जांच में जुटी है इसमें एक आरोपी मो० अमीषा फिरोज को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। वहीं इस मामले में आईटीसी के शाकिर अली के द्वारा मामला दर्ज करवाया गया है।
मुंगेर से मोहम्मद इम्तियाज खान की रिपोर्ट