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NALANDA:इस वक्त एक की बड़ी खबर आ रही है जहां एक व्यापक रूप से गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है. खबर आ रही है कि राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में 94 हजार शिक्षकों के पद पर जुलाई और अगस्त में काउंसिलिंग हुई. जिसके बाद अंतिम रूप से चयनित कैंडिडेट के प्रमाण पत्र और नियोजन इकाइयों द्वारा बनाई गई मेधा सूची की जांच के दौरान में नालंदा जिले के दो प्रखंडों थरथरी और नगरनौसा में बड़े स्तर पर गड़बड़ी उजागर हुई है.
जानकारी के अनुसार, चयनित कैंडिडेट के मेधा अंक 20 फीसदी तक बढ़ाए गए हैं. और वहीं फर्जी प्रमाण पत्र वाले उम्मीदवार भी शिक्षक पद पर चुन लिये गये हैं. जब नालंदा जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने खुद शिक्षा विभाग को इन गड़बड़ियों से अवगत कराया तो विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए इन दोनों प्रखंडों में 10 अगस्त को हुई काउंसिलिंग को रद्द कर दिया. वहीं नालंदा के जिलाधिकारी को जांच टीम बना कर सभी 19 प्रखंडों की नियोजन इकाइयों द्वारा तैयार मेधा सूची, काउंसिलिंग और चयन सूची की पूरी जांच का आदेश दिया है.
हालांकि प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के संबंधित अफसर जांच रिपोर्ट में एक-एक बिंदु की छानबीन करने में जुटे हैं. जल्द ही शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में जांच रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद विभाग के स्तर से दोषियों पर कार्रवाई होगी. ध्यान रहे कि विभाग ने पहले ही संबंधित चार सौ नियोजन इकाइयों की काउंसिलिंग और मेधा सूची रद कर चुकी है.