PATNA : अपनी गाड़ी के लिए च्वाइस नंबर की चाहत रखने वाले लोगों की तादाद दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. परिवहन विभाग से फैंसी नंबर और च्वाइस नंबर की बुकिंग कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. परिवहन विभाग की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 1000 से ज्यादा लोग च्वाइस नंबर के लिए बुकिंग करा चुके हैं. सितंबर और नवंबर महीने में फैंसी नंबर के लिए बुकिंग कराने वाले लोगों की तादाद औसतन हर महीने 200 के आसपास थी. अप्रैल से लेकर अब तक लगभग 1000 से ज्यादा लोग फैंसी नंबर के लिए बुकिंग करा चुके हैं. इनमें से सबसे ज्यादा बुकिंग पटना जिले के अंदर हुई है.
पटना जिले में कुल 487 लोगों ने फैंसी नंबर के लिए बुकिंग कराई है. फैंसी नंबर्स की बुकिंग से परिवहन विभाग को राजस्व की प्राप्ति हो रही है. अब तक के फैंसी नंबर के जरिए परिवहन विभाग को दो करोड़ 48 रुपये का राजस्व प्राप्त हो चुका है.
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि अब गाड़ी के खरीदते समय या खरीदने से पहले मनपसंद नंबर ऑनलाइन ढूंढ सकते हैं तथा बुक करवा सकते हैं. फैंसी नंबर के शौकिनों को राहत देते हुए रेट रिवाइज किया गया था, जिसके बाद फैंसी नंबर के लिए रजिस्ट्रेशन करने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है. खासकर लॉकडाउन के बाद फैंसी नंबर और च्वाइस नंबर की बुकिंग कराने वालों की संख्या में तेजी आयी है। सितंबर 2020 से नवंबर माह तक हर महीने 200 से अधिक लोगों ने फैंसी नंबर के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.
फैंसी नंबर 0001, 0007, 0009, 4141 0123, 0021, 5151, 9999 और च्वाइस नंबर 8055, 9909, 9925 और 9990 नंबरों के लिए सबसे अधिक दावेदार आ रहे हैं। इन सभी नंबर लोगों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किये जा रहे हैं.
परिवहन विभाग ने फैंसी नंबर और लकी नंबर की बढ़ते डिमांड को देखते हुए आॅनलाइन व्यवस्था शुरु की है. अब लोगों को घर बैठे ऑनलाइन फैंसी नंबर, मनपसंद नंबर की बुकिंग की सुविधा दी जा रही है. फैंसी नंबर हेतु निर्धारित प्रक्रिया को अपनाते हुए पोर्टल के द्वारा नीलामी प्रक्रिया में भाग लिया जा सकता है. नंबरों की ई नीलामी होने से न सिर्फ विभाग को राजस्व की प्राप्ति हो रही है, बल्कि लोगों को आसानी से मनचाहा नंबर भी प्राप्त हो रहा है.
परिवहन सचिव ने बताया कि कार, बाइक या अन्य गाड़ियों के लिए फैंसी नंबर और मनपसंद का नंबर पाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराना होता है. फैंसी नंबर में एक ही नंबर के लिए एक से अधिक दावेदार होने की स्थिति में बोली लगती है और अधिकतम बोली लगाने वाले को वह नंबर दिया जाता है. पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है तथा आवेदक बोली एवं निष्कर्ष को स्वयं भाग लेकर देख सकते हैं.
फैंसी नंबर 0001, 0003, 0005, 0007, 0009 के लिए गैर परिवहन वाहन हेतु आधार शुल्क 1 लाख रुपए, जबकि परिवहन वाहन हेतु आधार शुल्क 35000 रुपया रखा गया है. फैंसी नंबर 0002, 0004, 0006, 0008, 0010, 0011, 0022,0033, 0044, 0055, 0066, 0077, 0088, 0099, 0111, 0222, 0333, 0444, 0555, 0666, 0777, 0888, 0999, 1000, 1001, 1111, 2222, 3333, 4444, 5555, 6666, 7777, 8888, 9999, 2000, 3000, 4000, 5000, 6000, 7000, 8000, 9000, 0020, 0030, 0040, 0050, 0060, 0070, 0080, 0090 इन नंबरों के लिए गैर परिवहन वाहन हेतु आधार शुल्क 60 हजार रुपए, जबकि परिवहन वाहन हेतु आधार शुल्क 20 हजार रुपया किया गया है.