मुंह फुलाकर बेंगलुरु से लौटे थे नीतीश! चिराग बोले- नेतृत्व सौंपना तो दूर विपक्ष उन्हें संयोजक तक बनाने को तैयार नहीं

मुंह फुलाकर बेंगलुरु से लौटे थे नीतीश! चिराग बोले- नेतृत्व सौंपना तो दूर विपक्ष उन्हें संयोजक तक बनाने को तैयार नहीं

JAMUI: केंद्र की सत्ता से बीजेपी को बेदखल करने के लिए बने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होनी है। जैसे-जैसे बैठक का समय नजदीक आ रहा है, इसको लेकर सियासत भी तेज होती जा रही है। एनडीए गठबंधन में शामिल होने के बाद पहली बार जमुई पहुंचे चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष नीतीश कुमार को नेतृत्व सौंपना तो दूर संयोजक भी बनाने को तैयार नहीं है। राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद नीतीश के सपनों पर पानी फिर गया है।


चिराग ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मन में बहुत ही लालसा है कि कम से कम उन्हें I.N.D.I.A का संयोजक तो बना दिया जाए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन घमंडी लोगों का गठबंधन है, जिसे पीएम मोदी घमंडिया गठबंधन कहते हैं। इन लोगों ने सिर्फ अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए गठबंधन किया है। इन लोगों ने देश और अपने प्रदेश को सूली पर चढ़ाने का काम किया है। 


उन्होंने कहा कि दो दो बार जनादेश का अपमान करना, यह नीतीश कुमार का घमंड नहीं तो और क्या है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने घमंड के कारण दो-दो बार जनादेश का अपमान किया और ऐसे ही घमंडी लोगों का गठबंधन है घमंडिया। संयोजक बनने के लिए भागे भागे बेंगलुरू तक चले गए लेकिन निराश होकर और मुंह फुलाकर वहां से लौट आए। अब देखना होगा कि मुंबई में इनका किस तरह से स्वागत होता है। बेंगलुरू में तो नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर भी लगाए गए थे। सरकार की नाकामी को पोस्टर के जरिय दिखाया गया।


चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है। ऐसे में इनके पास कोई मॉडल नहीं है और इस बात को विपक्ष के सभी दल अच्छी तरह से जान चुके हैं। बिहार की जनता ने जिसे तीसरे नंबर की पार्टी बना दिया तो उन्हें देश की जनता कैसे स्वीकार करेगी। यही कारण है कि विपक्ष नीतीश कुमार को नेतृत्व सौपना तो दूर संयोजक भी बनाने को तैयार नहीं है।


उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को राहत मिली और सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पर स्टे लगा दिया है। ऐसे में अब तो नीतीश कुमार की परेशान और भी बढ़ गई है। विपक्षी दलों के गठबंधन में ऐसे दल शामिल हैं जो एक दूसरे का भला कभी नहीं चाहते हैं। एक-दूसरे को जितना नुकसान हो उन्हें उतना ही लाभ होगा। एक-दूसरे के सिर पर पैर रखकर सभी दल आगे बढ़ना चाहते हैं। ये चीजे नीतीश कुमार को बहुत अच्छी लगती थीं। कोर्ट से राहत मिलने के बाद राहुल गांधी लालू प्रसाद से मिलने तक पहुंच गए। जो तस्वीरें सामने आईं उससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी विचलित हो गए होंगे।


जमुई सांसद ने कहा कि जिस जगह को नीतीश कुमार अपने लिए तलाश रहे थे, उसे अब कांग्रेस अपने लिए लेती जा रही है। बिहार की बैठक में नीतीश कुमार अगुआ बनकर घूमते फिर रहे थे लेकिन बेंगलुरू में साइड लगा दिए गए। यह गठबंधन ऐसा है जो एक दूसरे का विनाश चाहता है। इसलिए देश की जनता इसे कभी भी स्वीकार नहीं करेगी।