छठ पूजा में घाट पर नहाना मना, बिहार सरकार ने जारी की गाइडलाइन

छठ पूजा में घाट पर नहाना मना, बिहार सरकार ने जारी की गाइडलाइन

PATNA :  दीपावली के बाद छठ पूजा की तैयारी की जा रही है. कोरोना काल में आस्था के इस महापर्व को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है. बिहार सरकार की ओर से रविवार को छठ पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है. सरकार की ओर से दिए गए दिशानिर्देश के मुताबिक अर्घ्य के दौरान तालाब में डुबकी नहीं लगाने का निर्देश दिया गया है. इतना ही नहीं जिला प्रशासन को भी कहा गया है कि 'छठ घाट पर इस तरीके से बैरेकेटिंग की जाए कि छठ व्रती डुबकी न लगा सकें.'


इस साल 18 नवंबर से छठ पूजा की शुरुआत होने जा रही है. 18 नवंबर को नहाय खाय, 19 नवंबर को खरना, 20 नवंबर को संध्या यानी कि पहला अर्घ्य और 21 नवंबर को उषा यानि कि दूसरा अर्घ्‍य के साथ पूजा का समापन होगा. लेकिन कोरोना काल में छठ व्रतियों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है. गाइडलाइन के मुताबिक अगर तालाब किनारे पूजा करने जाते हैं, तो अर्घ्य के दौरान उसमें डुबकी नहीं लगाने का आग्रह किया है.


स्वास्थ्य विभाग ने छठ पर्व में कोरोना से बचाव को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किये हैं.बिहार सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रस्त व्यक्ति, 60 साल से ऊपर के व्यक्ति, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को छठ घाटों पर नहीं जाने की सलाह दी है. इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का प्रयोग करने और दो गज की दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करने की सलाह दी गयी है.


यहां पढ़िए पूरी गाइडलाइन -