चाचा को हराकर 23 साल का युवक बना मुखिया, पिता की हार का लिया बदला

चाचा को हराकर 23 साल का युवक बना मुखिया, पिता की हार का लिया बदला

SITAMARHI: सीतामढ़ी में 23 साल का युवक मुखिया बन गया है। युवक सुनील पासवान ने मुखिया पद पर जीत हासिल कर अपने नाम का डंका बजा दिया है। अपने चाचा को करारी हार देकर वह बोखड़ा प्रखंड के बाजितपुर भाउर पंचायत का मुखिया बन गया।


23 साल के युवक सुनील पासवान को अब इलाके के लोग मुखिया जी कह कर पुकारेंगे। मुखिया पद पर जीत दर्ज कर उसने खुद अपने चाचा को हैरत में डाल दिया है। सुनील पासवान ने अपने ही चाचा और निवर्तमान मुखिया दशरथ पासवान को 1152 मतों से करारी शिकस्त दी है।


मुखिया बनने के बाद सुनील पासवान ने कहा कि उसने अपने पिता की हार का बदला अपने चाचा से ले लिया है। इस जीत के बाद सुनील ने बताया कि वह लगातार जनता की सेवा में जुटा था और उसकी एकमात्र प्राथमिकता जनता की सेवा थी। जिसे पूरी इमानदारी के साथ करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा। इसकी का फल आज मुझे जनता ने दिया है।


अपने बहुमूल्य वोट को देकर लोगों ने उन्हें अपने क्षेत्र का मुखिया बनाया है। अब वह उनके उम्मीदों पर खड़ा होने का काम करेंगे। सुनील पासवान ने कहा कि वे अपने पंचायत से भ्रष्टाचार को दूर करेंगे। छोटी उम्र में जनता ने जो बड़ी जिम्मेदारी दी है और मुझ पर जो विश्वास जताया है उस पर वह हर संभव खरा उतरने का प्रयास करेगा। 


उसकी प्राथमिकता इलाके में शिक्षा,स्वास्थ्य और सड़क की स्थिति को दुरुस्त करना है। वही सरकार की सभी योजनाओं को इलाके के गरीब और जरूरतमंदों तक सहूलियत से पहुंचाना है।सुनील पासवान ने यह भी कहा कि चुनाव के वक्त नेता सौ वादे करते हैं लेकिन कुछ करते नहीं है। विपक्ष में रहकर मजबूती के साथ जनता की समस्याओं को जब तक नहीं उठाएंगे तब तक क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता।