BUXAR: कोरोना जांच के लिए मेडिकल टीम गई थी. लेकिन ग्रामीणों को शक हुआ कि यह सभी तब्लीगी जमात के लोग है. इससे भड़के ग्रामीणों ने मेडिकल टीम पर हमला कर दिया. यह घटना बक्सर के चौखा प्रखंड के दो गांवों की है.
डॉक्टर पर पत्थर मारे
पहली घटना बनारपुर गांव की है. जहां डॉ. ओपी वर्मा के साथ मेडिकल टीम लोगों की जांच करने पहुंची थी. वहां कुछ लोगों ने पत्थर मारे. जिसके बाद टीम वहां से भाग खड़ी हुई. वहां तो मामला जैसे तैसे निपट गया. लेकिन, दोपहर दो बजे के लगभग चुन्नी गांव में भारी बखेड़ा खड़ा हो गया. चिकित्सकों के अनुसार गांव के मध्य विद्यालय में क्वॉरेंटाइन सेंटर बना है. जहां प्रतिदिन हम लोग जांच के लिए जाते हैं. गांव का चौकीदार आया. वह हम लोगों की पहचान पूछने लगा. एक कर्मी ने अपना कार्ड दिखाया. इतना हो ही रहा था कि बहुत से लोग लाठी-डंडे के साथ आ धमके. उन लोगों ने सबको घेर लिया. वे मारपीट पर उतारु हो गए. मजबूर होकर हमें वहां से भागना पड़ा. इस टीम में डॉ. दिनेश कुमार समेत कई स्वास्थ्यकर्मी वहां से जान बचाकर भागे.
काम करने से किया इंकार
हमले के गुस्से से स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रखंड हॉस्पिटल पहुंचकर धरना देना शुरू किया. उनका कहना था कि हम काम नहीं करेंगे. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चौसा के प्रभारी डॉक्टर अरुण कुमार श्रीवास्तव ने इसकी सूचना सदर हॉस्पिटल और जिला प्रशासन को दी. मौके पर पहुंचे मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.