ब्राह्मणों की धमकी से डर गये मांझी, अब मांग ली माफ़ी, बोले.. फिसल गई थी ज़ुबान

ब्राह्मणों की धमकी से डर गये मांझी, अब मांग ली माफ़ी, बोले..  फिसल गई थी ज़ुबान

PATNA : ब्राह्मणों पर दिए अपने बयान को लेकर चौतरफा घिरे जीतन राम मांझी ने अब माफ़ी मांग रहे हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर अपनी सफाई दी है. ब्राह्मण को लेकर दिये गए बयान पर हो रहे हंगामे के बीच जीतनराम मांझी ने एक बार फिर सफाई दी है.


मांझी ने कहा -"मै ब्राम्हण नहीं ब्राम्हणवाद  के खिलाफ हूं" पंडितों के खिलाफ बोले गए मेरे शब्द”स्लिप ऑफ टंग”हो सकता है जिसके लिए मैं खेद प्रगट करता हूं. वैसे मैं ब्राम्हण नहीं ब्राम्हणवाद के खिलाफ हूं. मांझी ने स्पष्ट किया कि ब्राम्हणवाद दलितों से नफरत करता है, दलितों को अछूत बताता है, गले में हडिया, कमर में झाडू, पैर में घूंघरू बंधवाया है. इनका विरोध जारी रहेगा. 


गौरतलब है कि पटना में आयोजित ‘भुइया मिलन समारोह’ में जीतन राम मांझी ने ब्राह्मणों पर आपत्तिनजक बयान दिया था. उनका यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. जिसके बाद उनके इस बयान की सभी भर्त्सना कर रहे हैं उनके इस विवादित बयान से कई लोगों को ठेस पहुंची है. पटना के राजीव नगर थाना और के.हाट थाना पूर्णियां में जीतन राम मांझी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वही राज्य मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत की गयी है.


वही पंडितों पर दिए गये बयान को लेकर बेतिया में भी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर परिवाद दायर किया गया है. भाजपा के पूर्व विधायक आरएस पांडेय के भतीजे विवेक पांडेय ने केस दर्ज कराया है. सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है.


इतना ही नहीं मांझी के बयान पर उनके गृह जिले गया के पंडितों का आक्रोश भी भड़क गया. गया के नाराज पंडों ने जीतन राम मांझी को लेकर बड़ा एलान कर दिया. पंडों ने कहा है कि मांझी ने न सिर्फ ब्राह्मणों बल्कि पूरे सनातन धर्म को अपमानित किया है, अब कोई ब्राह्मण न उनके घर श्राद्ध में जायेगा और ना ही पिंडदान करायेगा. पंडा समाज ने कहा है कि जीतन राम मांझी गया के रहने वाले हैं औऱ उन्हें गया के ब्राह्मणों ने काफी सम्मान दिया. लेकिन उन्होंने ओछी राजनीति के लिए लोगों की भावनाओं को रौद दिया है. ऐसे बयान देने वाले को किसी हालत में माफ नहीं किया जा सकता है.  


वहीं बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व अंतर्राष्ट्रीय हिंदू महासभा के महासचिव गजेंद्र झा ने यह बयान दिया है कि ब्राह्मण का बेटा यदि मांझी का जीभ काटकर लाता है तो उसे वे इनाम के तौर पर 11 लाख रुपया देंगे साथ ही जिन्दगी भर उसका भरण पोषण भी करेंगे.