बोलेरो और ऑटो की सीधी टक्कर: गर्भवती महिला की मौत, 5 लोग घायल

बोलेरो और ऑटो की सीधी टक्कर: गर्भवती महिला की मौत, 5 लोग घायल

BETTIAH: बिहार में रफ्तार का कहर जारी है। इस बार बेतिया में सड़क हादसे में एक गर्भवती महिला की मौत हो गयी जबकि परिवार के पांच लोग घायल हो गये हैं। बताया जाता है कि बोलेरो और ऑटो की सीधी भिड़ंत में यह दर्दनाक घटना हुई। घटना नरकटियागंज गौनाहा मुख्य सड़क स्थित पचरुखिया चौक की है। 


जहां बुधवार की रात्रि प्रसव पीड़ा के बाद सभी इलाज कराने हेतु नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल आ रहे थे। ऑटो में सवार गौनाहा थाना क्षेत्र के बरवा मझरिया गांव निवासी उमेश महतो की गर्भवती पत्नी अरीना देवी उम्र 35 वर्ष की मौत हो गई। एवं उसके पति उमेश महतो, उमेश की भाभी विश्वनाथ महतो की पत्नी चंदा देवी उम्र 40 वर्ष,उसके छोटे भाई शत्रुध्न महतो की पत्नी सरस्वती देवी उम्र 30 वर्ष आशा कार्यकर्ता लाल बिहारी की पत्नी आशा देवी उम्र 40 वर्ष एवं ऑटो चालक नन्नू राउत गंभीर रुप से जख्मी हो गए। घटना के बाद बोलेरो चालक घटनास्थल से बोलोरो लेकर फरार हो गया। 


वही घटना के सूचना पर पहुंची 112 की पुलिस टीम ने ऑटो में सवार सभी लोगों को अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज में भर्ती कराया । जहां डॉक्टर ने हालात को नाजुक देखते हुए बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया। जीएमसीएच में डॉक्टर ने गर्भवती महिला को मृत्यु घोषित कर दिया। वहीं गुरुवार को परिजन मृतिका का शव बिना पोस्टमार्टम कराए अपने घर लेकर चले गए। 


मृतक के पति उमेश महतो ने बताया कि बुधवार की देर रात्रि तकरीबन 11 बजे मेरी पत्नी अरिना को बहुत तेज प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद आशा कार्यकर्ता के साथ अपनी भाभी चंदा देवी एवं बहू सरस्वती देवी के साथ इलाज कराने हेतु गांव के ही ऑटो से अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज आ रहे थे। जैसे ही ऑटो पचरुखिया चौक के समीप पहुंचा। तभी विपरीत दिशा से तेज रफ्तार से आ रही बोलेरो गाड़ी ऑटो से टकरा गई। जिससे ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गया । ऑटो में सवार सभी लोग जख्मी हो गए।


 वही घटना की सूचना पर 112 पुलिस की टीम पहुंचकर गर्भवती महिला सहित सभी को इलाज के लिए नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल लाई। जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद सभी की हालत को नाजुक देखते हुए डॉक्टर ने बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया। जीएमसीएच में डॉक्टरों ने अरिना को मृत घोषित कर दिया । वही परिजन बिना शव का पोस्टमार्टम कराए दाह संस्कार के लिए घर ले गए।